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महिला दिवस पर अनेक ने दी मंगल कामनाएंं

यत्र नार्यस्तु पूज्यते रमंते तत्र देवता:

* सामाजिक सेवा से लेकर चिकित्सा तक क्षेत्र में सक्रिय है नारियां
अमरावती/ दि. 8 –8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने की प्रथा है. अत: महिलाओं के संघर्ष और सफलता की प्रेरक कथाएं समाचार पत्रों में प्रकाशित करना अमरावती मंडल अपना दायित्व समझता है. गत तीन दशकों से अमरावती मंडल ने अपनी पत्रकारिता में आधी आबादी के अधिकारों और उसके संघर्ष को सदैव मुखर किया है. नारी शक्ति ने विविध क्षेत्रों में संघर्ष कर अपनी लगन, प्रतिभा, परिश्रम के बल पर सफलता के परचम लहराए हैं. दूर क्यों जाए अंबानगरी की अनेक प्रतिभाओं ने नारी शक्ति की अद्बितीय झलक दिखलाई है. नेत्रदीपक सफलता प्राप्त की है. समाज सेवा से लेकर चिकित्सा जगत, पैरा मेडिकल फील्ड सभी क्षेत्रों में नारियां अपनी प्रतिभा और परिश्रम के बूते परचम लहरा रही हैं. कई गृहणियों ने घर परिवार के दायित्व खूबी से निभाते हुए बाहर भी अपने काम की छाप छोडी है. अमरावती मंडल को फाइनेंशियल एडवाइजर, फार्मासिस्ट, समाजसेविका, चिकित्सक आदि ने महिला दिवस पर विचार भेजे हैं.

* महिला दिवस की व्यवहारिता
आज महिलाएं सभी क्षेत्र में अग्रसर है. समाज ज्यादा समावेशक हो रहा है. लेकिन महिला सक्षमीकरण में हर स्तर पे महिलाओं की भागीदारी अभी भी संतोषजनक नहीं हैं. जब तक महिलाओं को निर्णय प्रक्रिया में योग्य एवं पूर्ण भागीदारी नहीं मिलेगी, महिलाएं अपनी सामाजिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक भूमिका सही निर्वहन नहीं कर सकेगी. समाज के परिपूूर्ण विकास के लिए महिलाओं की हर स्तर पे भागीदारी एक विकल्प ही नहीं आवश्यकता है. वैश्विक महिला दिवस की व्यावहारिकता तभी संभव हो पाएगी जब महिला न सिर्फ स्वयं के विषय में बल्कि समाज को प्रभावित करनेवाले हर विषय की निर्णय प्रक्रिया का हिस्सा बनेगी और अपने योगदान से उसे प्रभावित भी कर सकेगी. महिलाए आज एक मां, बेटी एवं पत्नी की भूमिका की सफलता से निर्वहन कर रही है, लेकिन ये जरूरी हेै कि इन भूमिकाओं में उसकी सहभागिता तय होनी चाहिए. तभी महिलाए सक्षमीकरण सही मायने में अर्थपूर्ण हो सकता है. नारी शक्ति को सृजनात्मक तरीके से सामाजिक प्रक्रियाओं में उपयोग करना समाज का दायित्व है और ये हमारे विकास की अनिवार्य शर्त भी है.
– निशि विजयकुमार चौबे
अध्यक्षा शिव आश्रय फाउंडेशन

* जहां होता है नारी का सम्मान….
नारी तू है महान, बस दिल का कहना मान , तुझमें वो शक्ति है, जो कर दे सब आसान. तू एक बार ठान ले, कुछ करने की तो करके दिखा दे वह काम. 8 मार्च को सारी दुनिया में नारी दिवस मनाया जाता है. हम सबके जीवन में महिला की भूमिका बहुत अहम होती है और मुझे महिला होने पर बहुत गर्व महसूस होता है. मुझे लगता है कि नारी सारे क्षेत्र में अपनी भूमिका बहुत अच्छे से निभा सकती है. ये मेरा अनुभव है. क्योंकि मैं भी बहुत संस्थाओं से जुडी हूं और वर्तमान समय में रामदेव बाबा महिला मंडल की अध्यक्ष हूं. यहां तक पहुंचकर मुझे बहुत परेशानियों का सामना करना पडा. पर परिवार के साथ ने यहां तक पहुंचा ही दिया. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के इस खास अवसर पर आप सभी महिलाओं को बहुत-बहुत बधाई देती हूूं. जहां होता है नारी का सम्मान समझ लो वो स्थान है स्वर्ग के समान वो है मेरा घर महान, जहां मिला मुझे हर बार सम्मान .
– सुषमा दिनेश भूतडा
अध्यक्षा रामदेव बाबा महिला मंडल


भगवान की सबसे सुंदर रचना है नारी
भगवान की बनाई सभी रचनाएं सुंदर है. मोहित करनेवाली है. प्रकृति में अनेकानेक सुंदर बातें है. मेरी दृष्टि में भगवान की सबसे सुंदर कृति नारी है. नारियों ने विविध रूपों में अपने दायित्व का विशेषता के साथ निर्वहन किया है. आज उन्हें अवसर मिलते ही वे विविध क्षेत्र में अपने परिश्रम तथा प्रतिभा का लोहा मनवा रही है. मैं स्वयं गत 30 वर्षो से फाइनेंशियल एडवाइजर के रूप में कार्यरत हूं. साथ ही सामाजिक और धार्मिक आयोजनों में उत्साह से सहभागी होती हूंं. महिला दिवस पर सभी सखियों को बधाई व शुभकामना देना चाहती हूं. आज का संयोग देखिए शिव-शक्ति दोनों का मान बढानेवाला अदभूत संगम हैं. रामदेव बाबा महिला मंडल और माहेश्वरी मंडल की अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी निभाई हैं. यह अनुभव किया है कि महिलाएं एक दूसरे को भरपूर सहयोग करती है, साथ देती है. शिवरात्रि और महिला दिन की बहुत- बहुत बधाई.
-रजनी संतोष राठी
फाइनेंशियल एउवाइजर


नारी शक्ति असीम
मेरे माता-पिता हमेशा से ही चाहते थे कि मैं डॉक्टर बनूं. सभी अभिभावक अपनी बेटी की पढाई में बहुत अधिक खर्च करने की मानसिकता आज भी नहीं रखते. उस हिसाब से मेरे माता-पिता ने अलग काम किया. सभी सामाजिक बाधाओं को उनकी बदौलत पार किया. मैंने इंदौर और भोपाल के महाविद्यालयों से एमबीबीएस तथा जनरल मेडीसीन में एमडी की उपाधि प्राप्त की. 2010-11 में एमबीबीएस की सीटें कम थी. उस समय एमबीबीएस में प्रवेश पाना अत्यंत कडी प्रतिस्पर्धा से गुजरने के बाद ही संभव हो पाता था. मैंने बहुत परिश्रम और लगन रखी जिससे मुझे सुफल प्राप्त हुआ. आपको अपने प्रियजनों और मार्गदर्शकों से नजदीकी रखकर कुछ पाना होता है. कई बार आप असफल हो जाते हैं. ऐसे समय हिम्मत नहीं खोना. बारंबार प्रयास करते रहना पडता है. यह प्रयत्न एक दिन सफलता दिलाते हैं. आज महिला दिवस के मौके पर लडकियों को यही कहना चाहती हूं कि अपने माता-पिता के साथ सहयोग से आप दुनिया में अपना मनचाहा लक्ष्य प्राप्त कर सकती हैं. सपना कोई भी हो, साकार हो सकता है. आपको कडे परिश्रम के लिए तैयार रहना होगा. नारी शक्ति असीम हैं. अर्थात उसकी सीमा नहीं है. वह जो चाहे प्राप्त कर सकती हैं.
-डॉ. अर्शी इश्तेयाक

राजनीति में बडे अवसर मिलनेवाले हैं
राजनीति में महिलाओं के लिए काफी संभावनाएं है. अब तो केंद्र सरकार ने विशेष सत्र बुलाकर विधानसभा और लोकसभा में नारियों के लिए 33 प्रतिशत स्थान आरक्षित करने का विधेयक पारित किया है. स्थानीय निकाय अर्थात महानगरपालिका और पालिका में पहले ही 50 प्रतिशत सीेटें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं. जिससे स्पष्ट है कि राजनीति में महिलाएं आगे आए तो उनके लिए काफी अवसर मिलनेवाले हैं. महिलाएं केवल पोस्ट लेकर बैठ नहीं जाती. मेरा तो अनुभव है कि कार्यकारिणी में शामिल सदस्याएं हमेशा अगले कार्यक्रम की अथवा नियोजन की जानकारी चाहती हैं. कार्यक्रमों में बुलाने की देरी है, बढचढकर हिस्सा लेती हैं. महिलाओं ने आंदोलनोें में भी हिस्सा लिया है. वे दिए गये क्षेत्र में छाप छोडती हैं. महिला दिवस पर मेरा संदेश यही है कि अब दिन बदल गये हैं. नारियों ने विविध क्षेत्र में अपने काम से छाप छोडी हैं. राजनीति में भी नारियों के आगे बढने से बडा बदलाव आयेगा.
– गंगा संजय खारकर
अध्यक्ष शहर जिला भाजपा

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