अमरावती

कई निजी कोविड अस्पताल पडे है सुनसान

तैयारी पर लाखों रूपये खर्च करनेवाले डॉक्टरों को मरीजों की प्रतीक्षा, फिलहाल सरकारी कोविड अस्पताल में केवल 38 संक्रमित भरती, शेष सभी एक्टिव पॉजीटीव है होम आयसोलेशन में

अमरावती दि.18 – विगत कुछ दिनों से अमरावती शहर सहित जिले में कोविड संक्रमण की तीसरी लहर बडी तेजी से पांव पसार रही है. ऐसे में विगत दो लहरों के अनुभवों को देखते हुए यहां प्रशासन ने निजी अस्पतालों को कोविड अस्पताल के तौर पर काम करने की मान्यता देने के संदर्भ में तैयारी दर्शायी. वहीं विगत दो लहरों के दौरान हुई अच्छी-खासी कमाई को ध्यान में रखते हुए शहर के कई निजी अस्पतालों ने भी अपने यहां कोविड वॉर्ड शुरू करने हेतु आवेदन किये. जिन्हें प्रशासन द्वारा मंजुरी भी दी गई. ऐसे में अब अमरावती शहर सहित जिले में सरकारी कोविड अस्पताल के अलावा 8 निजी कोविड अस्पताल शुरू हो गये है और निजी कोविड अस्पतालों को शुरू करने तथा वहां पर संक्रमित मरीजों को भरती करने हेतु तमाम सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए संबंधित चिकित्सकों द्वारा लाखों रूपये खर्च करते हुए काफी तैयारियां की गई है. किंतु इस समय जिले में यद्यपि 1 हजार 622 एक्टिव पॉजीटीव मरीज है, लेकिन इसमें से केवल 38 मरीज सरकारी कोविड अस्पताल में भरती है. जहां पर 350 मरीजों को भरती करने की सुविधा है. ऐसे में फिलहाल सरकारी अस्पताल में मरीजों को भरती करने हेतु बेड की कोई किल्लत नहीं है. ऐसे में कोविड संक्रमित मरीज भारी-भरकम फीसवाले निजी कोविड अस्पतालों की ओर जा ही नहीं रहे.
बता दें कि, इस समय अमरावती जिले में कुल 1 हजार 622 एक्टिव पॉजीटीव मरीज है. जिनमें से मनपा क्षेत्र में 1 हजार 87 व ग्रामीण क्षेत्र में 497 मरीजों को होम आयसोलेशन के तहत रखा गया है. साथ ही तीव्र लक्षणवाले केवल 38 मरीज ही कोविड अस्पताल में भरती है. ज्ञात रहें कि, कोविड संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान डेल्टा वेरियंट के संक्रमण ने काफी कहर ढाया था और उस समय बडी संख्या में संक्रमित मरीजों को अस्पताल में भरती कराना पड रहा था. जिसकी वजह से अस्पतालों में बेड की किल्लत होने के साथ-साथ कृत्रिम ऑक्सिजन गैस की भी बडे पैमाने पर कमी हो गई थी और संक्रमण की चपेट में आनेवाले मरीजोें को अस्पतालोें में एक अदद बेड प्राप्त करने के लिए काफी मशक्कत करनी पडती थी. किंतु ओमिक्रॉन वेरियंट के लक्षण फिलहाल तक अपेक्षाकृत रूप से काफी सौम्य पाये गये है. ऐसे में अधिकांश संक्रमित मरीजों को अस्पताल में भरती करने की बजाय होम आयसोलेशन में रहने की सलाह दी जा रही है. जिसकी वजह से अभी सुपर कोविड अस्पताल के 350 में से मात्र 38 बेड पर ही संक्रमित मरीज भरती है. वहीं शहर सहित जिले में खोले गये 9 निजी कोविड अस्पताल इस समय पूरी तरह से खाली पडे है. जहां के डॉक्टरों व मेडिकल स्टाफ द्वारा कोविड संक्रमित मरीजों के भरती होने हेतु आने की प्रतीक्षा की जा रही है.

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