अंजनगांव सुर्जी के मिर्ची बाजार में अनेक घोटाले उजागर
बाजार समिति के सचिव और पर्यवेक्षक पर आरोप?
* 3 करोड की खरीदी-विक्री का सेस गायब
अमरावती / दि. 29- यहां के कृषि उपज बाजार समिति के मिरची बाजार में तीन करोड रुपए के खरीदी-विक्री का सेस गायब होने के प्रकरण में जांच रिपोर्ट आ गई है. इसमें बाजार समिति के सचिव, पर्यवेक्षकों पर आरोप लगाने की जानकारी है. उस दृष्टि से जिला उपनिबंधकों द्वारा कार्रवाई शुरु की गई है. वहीं दूसरी ओर बाजार समिति सचिव ने अपने पर लगे आरोपों को खंडन किया है. अंजनगांव सुर्जी में बाजार समिति परिसर में, समिति के माध्यम से मिरची बाजार चलाया जाता है. इस संबंध में अखबारों में खबरें प्रकाशित होने के बाद जांच समिति नियुक्त की गई. समिति ने व्यवहार जांच करने के बाद गडबडी होने की बात कही. बाजार समिति को मिलने वाले लाखों सेस को चुना लगाने की बात सामने आई है. इसलिए बाजार समिति की हुई नुकसानभरपाई के मिरची का ठसका किसे लगेगा? यह बात जिला उपनिबंधक की कार्रवाई के बाद ही पता चलेगी.
* कई गैर कानूनी व्यवहार
कृषि उपज मंडी के मिर्ची बाजार में अनेक संदिग्ध व्यवहार किए जा रहे थे. ऐसे समय कृषि मंडी के सचिव गजानन नवघरे व सुपरवाइजर अमर साबले ने इन गैर कानूनी व्यवहारों की ओर ध्यान न देते हुए मामूली पत्र देकर उनके गैरकानूनी धंधों को समर्थन दिया था. यही बात उन्हें महंगी पड़ी. जांच समिति ने कृ षि मंडी प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. जैसे कि मंडी के पंजीयन के अनुसार मंडी के पास लाइसेंसधारक मिर्ची व्यापारी न रहना, माल किसानों से कृषि मंडी में आने के बजाए लाइसेंसधारक व्यापारियों ने वह खरीदकर सौदा चिट्ठी देना, किसानों को हिसाब पट्टी देना आवश्यक रहते हुए भी न देना, मिर्ची की आवक कृषि मंडी के गेट पर दर्ज न करना, अप्रमाणित बिलों का इस्तेमाल, अलग-अलग खरीददारों को एक ही नंबर के बिल देना जैसे आरोपों का समावेश है.
* लाखों रुपए का राजस्व डूबा
कृषि मंडी प्रशासन ने समय पर इस मामले की दखल नहीं ली. मंडी
ने इस बारे में तभी आढतिया व्यापारियों का हिसाब जांच कर कृषि मंडी में पेश किए गए बिलों का सेस नहीं वसूला. इस वजह से कृषि मंडी का
लाखों रुपए का राजस्व डूब गया है. वह किससे वसूला जाएगा, इसका
खुलासा जिला उपनिबंधक की कार्रवाई के बाद होगा. अब जांच रिपोर्ट के आधार पर जिला उपनिबंधक कौन सी कार्रवाई करते हैं, इस ओर सभी की नजरें लगी है.
* बिल बुक लेकर व्यापारियों का पलायन
बिल बुक में हुई गडबडी ध्यान में आने के बाद कुछ माह पूर्व व्यापारी वह बिल बुक लेकर व्यापारियों ने पलायन किया था. इसके बाद वह एकही आवेदन पर गायब होने संदर्भ में आवेदन सचिव गजानन नवघरे को प्राप्त हुआ. गायब हुए बिल बुक अब तक नहीं मिले. इस संबंध में अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई.
* जिला उपनिबंधक की ओर ध्यान
बिल समय पर जांच कर सेस वसुल नहीं किया जाने से मिर्ची खरीदी-विक्री संदर्भ में बाजार समिति का लाखों रुपयों का नुकसान हुआ. यह सेस किससे वसुलना है, यह बात जिला उपनिबंधक की जांच रिपोर्ट संबंध में ली जाने वाली भूमिका पर स्पष्ट होगा.
सेस मेें कोई गडबडी नहीं हुई
मिर्ची बाजार के सेस मे कोई गडबडी नहीं हुई. कल 17 हजार रुपए सेस में से 15 हजार 418 रुपए धनादेश द्वारा और शेष रकम नगद वसुली की है.
– गजानन नवघरे, सचिव, कृषि मंडी