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शिवसेना के कई लीडर लेंगे शिंदे गुट में एन्ट्री

जिले में उबाठा गुट को झटका

* नागपुर सत्र में ही होगा प्रवेश
अमरावती/दि.16-अमरावती जिला शिवसेना का दुर्ग रहने के बावजूद यहां अब शिवसेना उबाठा का तंबू तेजी से उखड रहा है. उबाठा सेना के कई पदाधिकारी विधानसभा के चालू शीत सत्र मेें पूर्व विधायक अभिजीत अडसुल एवं जिला महानगर प्रमुख संतोष बद्रे के नेतृत्व में शिंदे गट में प्रवेश करने वाले है. इस प्रकार का दावा किया जा रहा है. अमरावती से 6 बार शिवसेना का सांसद रहा है. कई बार अनेक लीडर विधायक रहे है. वहीं मौजूदा राजनीतिक परिस्थिति में कुछ पदाधिकारियों पर मनमानी करने का आरोप लगाकर कई पूर्व नगरसेवक और पदाधिकारी उबाठा सेना का त्याग कर शिंदे गट में प्रवेश करने जा रहे हैं.
इन नेताओं में पूर्व नगरसेवक राजेंद्र दारोकार, पूर्व नगरसेविका लीला शिंदे, उनके यजमान मधुकर शिंदे व अन्य कई का समावेश हैं. इन नेताओं ने दावा किया कि, बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में काम करते समय उनकी पूर्व विधायक ज्ञानेश्वर धाने के बारे में नाराजगी है. राजेंद्र दारोकार ने स्पष्ट कहा कि, ज्ञानेश्वर धाने ने उबाठा सेना के वरिष्ठों को गुमराह किया.
दारोकार ने आरोप लगाया कि, धाने पाटिल ने पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी सुनील खराटे की बजाय विद्रोही प्रीति बंड का प्रचार और काम करने के लिए बाध्य किया. उसी प्रकार चुनाव उपरांत धाने पाटिल ने कार्यकर्ताओं को राम भरोसे छोड दिया है. दोबारा पार्टी में ले लिया जाएगा, इस प्रकार का आश्वासन धाने पाटिल ने दिया था. किंतु इस बारे में कोई निर्णय नहीं हुआ हैं. प्रचार करने वाले कार्यकर्ताओं को पैसे देने की बात भी मान्य की गई थी, उसका भी अब दुर्लक्ष किया जा रहा है. शिवसेना उबाठा में कोई तारतम्य नहीं रहने का आरोप दारोकार ने किया.
दारोकार ने दावा किया कि, वे अपने समर्थकों के संग शिवसेना शिंदे गुट में शामिल होने वाले हैं. इस बारे में वरिष्ठ नेताओं से चर्चा हो चुकी है. शीघ्र प्रवेश होगा. 2-3 दिनों में वे सभी पूर्व विधायक अभिजीत अडसुल और संतोष बद्रे के नेतृत्व में शिंदे गुट में शामिल होंगे.

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