प्लास्टिक सर्जरी से बदली अनेक की दुनिया
सुपर स्पेशालिटी में सालभर में 2690 सर्जरी
अमरावती/दि.18- शरीर की किसी विकृति को दूर करने प्लास्टिक सर्जरी महत्वपूर्ण हो गई है. सर्जरी में अनेक रुग्णों का जीवन बदल दिया. गत 1 वर्ष में यहां विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल में 2690 सर्जरी कर चिकित्सकों ने अनेक रुग्णों को अपेक्षित राहत दी है. इन ऑपरेशन्स में शरीर के विविध अवयव, त्वचा, अस्थी, धमनी, मज्जा संस्था, मज्जा रज्जू जोडने अथवा उनका पुननिर्माण सर्जरी से किया जाता है.
* बदली है सोच
पहले माना जाता था कि प्लास्टिक सर्जरी केवल सुुंदर दिखने के लिए की जाती है. समय के साथ यह सोच बदली है. अब सर्जरी से कोई व्यंग दूर कर त्वचा पूर्ववत भी की जाती है. दुर्घटना में टूटी हुई नस, इसी जगह की उधडी हुई चमडी, स्नायु, जन्मजात विकृति, जलने से हुई विकृति और त्वचा के कर्करोग, डायबेटिक फुट पर प्लास्टिक सर्जरी की जाती है. युवा वर्ग विशेषकर अवेयर रहता है. कई माता-पिता अपने बच्चों के व्यंग दूर करने प्लास्टिक सर्जरी का उपाय अपनाते है.
* नख-शीश तक होती सर्जरी
दुर्घटना के बाद तुरंत उपचार उपलब्ध हो तो स्नायु जोडे जा सकते है. प्लास्टिक सर्जरी एक महंगी शल्यक्रिया है. पैर के नाखून से लेकर सिर के बाल तक सभी अवयव से संबंधित विकृति का उपचार प्लास्टिक सर्जरी है. शहर के विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल में यह शस्त्रक्रिया नि:शुल्क हो रही है. पिछले वित्त वर्ष 1 अप्रैल 2022 से 31 मार्च 2023 तक 2690 प्लास्टिक सर्जरी होने की जानकारी दी गई. साफ है कि, रोजाना औसतन 7-8 प्लास्टिक सर्जरी अस्पताल में हुई है. यह भी बताया गया कि इन दिनों हादसों की संख्या बढी है. जिसके कारण मरीजों की तादाद भी बढी है. अपने रुग्णों को प्लास्टिक सर्जरी की आवश्कता पडती है.