संभाग के तीन जिलों में उठी मराठा आरक्षण की मांग
अकोला में रहा कडा बंद, खामगांव में हुआ ठिया आंदोलन
* महागांव में सरकार की निकाली प्रतिकात्मक शव यात्रा
अमरावती/दि.8 – इस समय समूचे राज्य में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन व आंदोलन का दौर चल रहा है. जालना के अंतरगांव सराटी से उठी मराठा आरक्षण की चिंगारी अब धीरे-धीरे समूचे राज्य में ज्वाला की तरह फैलने लगी है. साथ ही जालना में मराठा आंदोलनकारियों पर पुलिस द्बारा किए गए लाठीचार्ज को लेकर राज्य के सभी मराठा समाजबंधुओं में अच्छा खासा रोष व्याप्त है. इसी के तहत आज अकोला जिले में सकल मराठा समाज द्बारा जिला बंद का आवाहन किया गया था. जिसे जबर्दस्त प्रतिसाद मिला. वहीं बुलढाणा जिले के खामगांव में उपविभागीय कार्यालय के सामने ठिया आंदोलन करते हुए मराठा समाजबंधुओं ने मनोज जरांगे पाटिल के आंदोलन का समर्थन किया. इसके अलावा यवतमाल जिले के महागांव में सकल मराठा कुणबी समाज ने सरकार की प्रतिकात्मक शव यात्रा नकालते हुए जालना में मराठा समाज बंधुओं पर हुए लाठीचार्ज का निषेध किया.
जानकारी के मुताबिक अकोला में सकल मराठा समाज द्बारा आहूत जिला बंद को जिले के विविध राजनीतिक दलों एवं सभी क्षेत्रों के विभिन्न संगठनों का समर्थन प्राप्त हुआ. जिसके चलते आज सुबह से अकोला शहर सहित जिले में कोई भी व्यापारिक प्रतिष्ठान व शिक्षा संस्थान नहीं खुले. हालांकि इस बंद से जीवनावश्यक व अत्यावश्यक सेवा को अलग रखा गया था. इसके अलावा बुलढाणा जिले के खामगांव में सकल मराठा समाज की ओर से उपविभागीय कार्यालय के समक्ष 8 सितंबर से 11 सितंबर तक ठिया आंदोलन आयोजित किया गया है. जिसके तहत आज सुबह से उपविभागीय कार्यालय के समक्ष मराठा समाज बंधुओं की अच्छी खासी भीड जुटनी शुरु हुई और मराठा आरक्षण को लेकर सरकार विरोधी नारेबाजी की गई. इसके साथ ही यवतमाल के महागांव में सकल मराठा कुणबी समाज की ओर से आज सुबह छत्रपति शिवाजी महाराज चौक से लेकर छत्रपति संभाजी महाराज चौक तक सरकार की प्रतिकात्मक शव यात्रा का आयोजन किया गया. जिसमें अर्थी पर राज्य के मुख्यमंत्री व दोनो उपमुख्यमंत्रियों के फोटो वाला बैनर लगाया गया था. साथ ही इस समय डेप्यूटी सीएम देवेंद्र फडणवीस व राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई.