अमरावतीमहाराष्ट्र

जलसंधारण के पेपर लिक का कनेक्शन पुणे तक

यवतमाल का ऑडीटर रडार पर

* वॉटस्एप पर भेजे थे जवाब
अमरावती/दि.05– मृद व जलसंधारण विभाग के पेपर लिक प्रकरण के तार पुणे से जुडे रहने की बात उजागर हुई है. यवतमाल में कार्यरत एक शासकीय ऑडीटर और दारव्हा का एक अन्य सदस्य पुलिस के रडार पर है. इस प्रकरण में अब तक परीक्षार्थी सहित 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. लेकिन सूत्रधार पुणे में रहने की जानकारी मिलते ही पुलिस का एक दल पुणे रवाना हो गया है.
सूत्रो के मुताबिक पुणे में छिपे मास्टरमाईंड ने यहां गिरफ्तार आरोपियों में से एक के वॉटस्एप पर परीक्षार्थी के प्रवेशपत्र के निचले हिस्से में जवाब भेजे.

टिसीएस के कर्मचारी प्रतिक राठी ने प्रिंटआऊट निकालकर वह शंतनू बर्वे के माध्यम से संगमेश्वर सरकाले के जरिए परीक्षार्थी यश कावरे तक पहुंचाई. अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों में यश कावर, उनके पिता अनंता कावरे, राहुल लिंगोट और किशोर भगत ऐसे दो दलालों सहित टिसीएस व ड्रीमलैंड के एआरएन एसोसिएटस् परीक्षा केंद्र से संबंधित प्रत्येकी 3 और संगमेश्वर सरकाले इस निजी व्यक्ति का समावेश है. 21 फरवरी को सुबह 9 से 11 बजे की कालावधि में ड्रीमलैंड के एआरएन एसोससिएटस् परीक्षा केंद्र पर मृद व जलसंधारण विभाग के जलसंधारण अधिकारी गट ‘ब’ की परीक्षा हुई थी. उस समय यश कावरे के पास जवाब लिखा हुआ हॉलटिकट पाया गया था. यश कावरे की उत्तरपत्रिका पर 52 सवालों के जवाब बराबर दिखाई दिए.

* वह ऑडीटर फरार, 25 हजार मिले
टिसीएस व एआरएन एसोसिएटस् से संबंधित 6 और संगमेश्वर सरकाले को जमानत मिली रही तो भी उनकी कबुली से यवतमाल के ऑडीटर सुजीत और दारव्हा के सुशील सहित पुणे छिपे सूत्रधार का नाम सामने आया है. पुलिस के मुताबिक आरोपी अनंता कावरे का दोस्त रहा सुजीत यवतमाल के एक शासकीय विभाग में ऑडीटर है. पुलिस पहुंचने के पूर्व वह दोनों फरार हो गए है. अनंता कावरे ने बेटे की नौकरी के लिए 25 लाख रुपए का करार किया और दो कोरे धनादेश भी आरोपी को दिए है. यह संपूर्ण व्यवहार यवतमाल में होने की बात सामने आई है. इसमें से शंतनू बर्वे को 25 हजार रुपए भी आरोपियों से मिले है.

* लिंगोट स्वास्थ्य भर्ती का आरोपी
स्वास्थ्य विभाग के गट ‘क’ पद भर्ती के पेपर लिक प्रकरण में पुलिस ने दिसंबर 2021 में अमरावती के राहुल लिंगोट को गिरफ्तार किया था. वह एरवडा कारागृह में रहते उसकी पहचान इस प्रकरण के पुणे स्थित मुख्य आरोपी से हुई. वह मास्टरमाईंड यवतमाल व दारव्हा के संदिग्धो के पहचान का था. उन्होंने इस मास्टरमाईंड से संपर्क किया. उसने इन दोनों की राहुल लिंगोट से बातचीत करवा दी थी. आगे का व्यवहार लिंगोट द्वारा किया गया, ऐसा पुलिस जांच में सामने आया है.

* मास्टरमाईंड की तलाश में पुलिस दल पुणे रवाना
अब तक इस प्रकरण में 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. मुख्य सूत्रधार की तलाश में पुलिस दल पुणे में है. यवतमाल के एक शासकीय ऑडीटर और दारव्हा का एक सदस्य पुलिस के रडार पर है. इस प्रकरण के तार अनेकों से जुडे है.
– नवीनचंद्र रेड्डी, पुलिस आयुक्त, अमरावती.

* टिसीएस से मिलेगी सूची
इस प्रकरण में अब तक 11 लोगो की गिरफ्तारी हुई है. जांच अभी भी जारी है. पुणे के मुख्य सूत्रधार की तलाश जारी है. टिसीएस की तरफ से 10.15 बजे के बाद अधिक और सही जवाब लिखनेवालो की सूची मांगी गई है. वह सूची भी हमारे पास पहुंचेगी ऐसा पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने कहा. रेड्डी ने यह भी कहा कि, मृद व जलसंधारण विभाग के सचिव को विस्तृत जानकारी दी है. इस कारण इस परीक्षा के दौरान हुई अनियमितता की जानकारी संबंधित विभाग के वरिष्ठों को मिली है. वह भी अमरावती पुलिस से इस प्रकरण बाबत अधिक जानकारी ले रही है.

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