अमरावती/दि.१२ – पर्व व त्यौहारों के समय तोरण द्वार व बंदनवार सजाने के लिए गेंदा फुलों की सबसे अधिक बिक्री होती है. qकतु इस बार गेंदा फुल के दामों में काफी अधिक तेजी रहने की पूरी संभावना है. इस वर्ष हुई अतिरिक्त बारिश की वजह से गेंदा फुल की फसल भी प्रभावित हुई है. जिसके चलते दशहरा पर्व पर भी गेंदे के फुल २०० से ३०० रूपये प्रतिकिलो की दर से बिके. वहीं अब दीपावली के पर्व पर भी यहीं दरें कायम रहने की संभावना किसानों व व्यापारियों द्वारा जतायी जा रही है.
बता दें कि, गणेशोत्सव से दीपावली पर्व तक गेंदा फुल की मांग काफी अधिके रहती है. लेकिन इस बार जहां एक ओर गणेशोत्सव व नवरात्रौत्सव बिना किसी ताम-झाम के गूजर गये. वहीं दूसरी ओर इस वर्ष मान्सून के दौरान हुई अतिरिक्त बारिश की वजह से गेंदा फुलोें की खेती पर जबर्दस्त प्रभाव पडा. साथ ही बीच में ही अधिकमास आने की वजह से इस बार दशहरा व दीपावली जैसे पर्व का आगमन कुछ विलंब से हुआ. ऐसे में गेंदा फुलों की तुडाई समय पर नहीं हुई और कई फुल खेतों में ही खराब हो गये. जिसकी वजह से नवरात्र पर्व के बाद दशहरे के समय बाजार में भारी मांग रहने के दौरान गेेंदा फुलों के दामों में जबर्दस्त तेजी देखी गयी. इस बार जहां एक ओर स्थानीय कृषि क्षेत्र में गेेंदे की फसल काफी बर्बाद हुई, वहीं दूसरी ओर अन्य राज्यों से आनेवाले माल की आवक भी घटी. जिसके परिणामस्वरूप मांग की तुलना में आपूर्ति कम हुई. यह भी त्यौहारोें के समय गेंदा फुलों के दाम बढने की एक प्रमुख वजह थी. वहीं अब गेंदा फुलों का सीझन खत्म होते आया है और दीपावली पर बाजार में इन फुलों की आखरी खेप आ रही है. जिसकी वजह से इस बार दशहरे की तुलना में कहीं अधिक दामों पर गेंदा फुलों की बिक्री होगी ऐसा माना जा रहा है.