बाजार सजा, स्टॉल लगे, आकाश दिए खरीदने वालों की भीड
मिट्टी के दिपों और लाईटिंग की रोशनी से शहर जगमगाएगा
अमरावती/दि.11– दीप पर्व के पूरा शहर तैयार हैस. शहर के सभी मुख्य बाजारों में दीपावली के मौको पर प्रज्वलित किए जानेवाले विभिन्न आकार प्रकार के मिट्टी के दिए, विद्युत लडियां, आकाश दीप सभी कुछ आ गए है. बहुत से लोगों ने मिट्टी के दीपक दिवाली के मौको पर अपने घर में प्रज्वलित करने की तैयारी की है तो बहुतों रंग बिरंगी विद्युत लडियां पसंद आ रही है. पिछले वर्ष के मुकाबले सभी कुछ महंगा है. लेकिन वर्ष के सबसे बडे पर्व दीपावली को मनाने के लिए हर कोई अपनी- अपनी तरफ से तैयार है. धनतेरस से काफी पहले ही बाजार में लक्ष्मी पूजन के लिए आवश्यक वस्तुएं आ चुकी है. मिट्टी दीपक शहर के विभिन्न क्षेत्रों में बिकते दिखाई दे रहे है.
* कई डिजाइन के दीयों से भरे पडे है बाजार
छोटे- मध्यम तथा बडे सभी प्रकार के दीपों की मांग बाजार में है. बाजार में आए मिट्टी के दीपों को देखकर यह कहना गलत नहीं होगा अमरावती में इस बार दीपावली की जगमगाहट में मिट्टी दीयों का योगदान भी कम नहीं है. शहर में भले ही मिट्टी के दीए न बन रहे हो, कोलकता समेत देश के कई क्षेत्रों से आए विभिन्न प्रकार के दीयो के कारण दीपावली के मौके पर मिट्टी के दीपक जलानेवालों की इच्छा पूरी हो गई है. रोशनी के इस पर्व के लिए मिट्टी के दीयों के अलावा कई डिजाइन तथा रंग के दीपक बाजार की शोभा बढा रहे है. इस बार खास बात यह भी देखने को मिल रही है कि मिट्टी के साथ -साथ गोबर से बने दीपक भी बाजारों मेें उतारे गए है. गोबर से बने दीपक की विशेषता है क इसका कई बार इस्तेमाल किया जा सकता है. पूजन सामग्री तथा दीपक के विक्रेताओं ने मीडिया को बताया कि इस वर्ष भी पिछले वर्ष की तुलना में मिट्टी के दिए काफी मात्रा में बाजारों में आए है. मिट्टी के दिए हालांकि पिछले वर्ष की तुलना मेें ज्यादा भाव में बोले जा रहे है, लेकिन हर कोई अपनी जरूरत के अनुसार मिट्टी के दीए खरीदने में दिलचस्पी दिखा रहा है.
* पटाखों के लिए और अधिक भीड होगी
इलेेक्ट्रॉनिक्स सामान, कपडे, मिठाई तथा पटाखों के लिए तय बजट के बाद दीप तथा बिजली की झालरों को खरीदने के लिए ग्राहकों की भीड धनतेरस से लेकर दीपावली तक ज्यादा दिखाई देगी. आनेवाले दो दिनों में घरों में दीप तथा विद्युत की झालर लहराएंगी तो बाजार दीपावली के सामानों से सजे हुए दिखाई देंगे. ग्राहकों की प्रतीक्षा कर रहे दुकानदारों का कहना है कि छोटी तथा बडी दोनों दीपावली पर बाजार गुलजार होंगे.
* घरों की साफ सफाई तथा पटाखों का उपयोग
दीपावली के मोके पर घरों की सफाई भी की जाती है. सभी ने अपने- अपने घर में साफ -सफाई कर ली है. घरों को धोने के साथ ही वाहनों को धोने का काम भी किया जा रहा है. घरों के बाहर रंगोली बनाई जा रही है. साथ ही घरों को बिजली झालरों को सजाने का काम शुक्रवार को दिन भर किया गया. इस वर्ष दीपावली के मौके पर पटाखों का ज्यादा उपयोग किया जायेगा. पिछले कई दिनों में बाजार का मुआयना करने पर इस बात की जानकारी मिली है. इस बार आवाज करनेवाले पटाखे कम खरीदे गये. जबकि प्रकाश करनेवाले पटाखों को खरीदने की ओर रूख ज्यादा रहा है. चूकि पटाखे का पूरा कारोबार बच्चों पर ही टिका हुआ है. इसलिए पटाखा विक्रेता बच्चो को जो पसंद है वैसे ही पटाखे बाजार में लाना पसंद कर रहे है.