चार लाख रुपए का दहेज नहीं लाने पर विवाहीता को किया प्रताडित
पति सहित अन्य चार लोगों पर वलगांव पुलिस ने किया अपराध दर्ज
अमरावती/प्रतिनिधि दि. १७ – सरकार की ओर से दहेज लेने पर प्रतिबंध लगाया गया है. बावजूद इसके आज भी समाज में दहेज लोभियों की संख्या देखने को मिल रही है. दहेज नहीं लाने पर विवाहीता को शारीरिक, मानसिक रुप से परेशान भी किया जा रहा है. हाल ही में ऐसा ही एक वाक्या वलगांव पुलिस थाना क्षेत्र में सामने आया है. जहां पर पति सहित ससुराल के सदस्यों व्दारा 4 लाख रुपए की नगद रकम दहेज के रुप में नहीं लाने पर विवाहीता को प्रताडित किया गया. जिसकी शिकायत पीडित विवाहीता ने वलगांव पुलिस थाने में दर्ज करायी. जिसके बाद छह लोगों पर दहेज मांगने के चलते विविध धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया है.
मिली जानकारी के अनुसार दहेज लोभी आरोपी पति अनिल ठोसर की शादी 3 मार्च 2008 में वलगांव में रहने वाले शिकायतकर्ता की बेटी के साथ हुई थी. शिकायतकर्ता की बेटी का ससुराल छत्तिसगढ के भिलाई वैशाली नगर का है. शादी के कुछ महीनों बाद आरोपी पति अनिल ठोसर, सास, जेठ राजेंद्र उर्फ गुड्डू ठोसर, जेठानी और बहनोई उज्वल पाचकवडे ने बेटी होने पर विवाहीता को मानसिक और शारीरिक रुप से परेशान करना शुरु कर दिया. बहनोई विवाहीता को घर से बाहर निकालने की जानकारी पति और सास को हमेशा देता रहता था. जब इस बारे में विवाहीता ने अपने पति को बताने की कोशिश की तो उसके साथ मारपीट की गई. इसके बाद आरोपी नं.1 व 3 ने विवाहीता को उसके घर वलगांव में भेज दिया. इसके बाद आरोपी 1 व 3 शिकायतकर्ता महिला के पिता के घर पहूंचे. यहां पर विवाहीता को चार लाख रुपए लेकर वापस साथ चलने की बात कही. लेकिन जब विवाहीता ने बताया कि उनके पास 4 लाख रुपए नहीं है तो आरोपी नं. 3 जो विवाहीता का जेठ है, उसने शिकायतकर्ता को थपड मारकर उसका हाथ मरोड दिया व विवाहीता के पिता के साथ गालिगलौच भी की. विवाहीता की शिकायत पर महिला सेल पुलिस ने धारा 498 अ, 323, 504, 506, 34 के तहत अपराध दर्ज किया है.