युवक-युवतियों के विवाह रोके, गांव में मेहमान भी आना हुए बंद
शेगांव तहसील में सिर के बाल गिरने का परिणाम
* सलून में आने पर पाबंदी, सब्जी और दूध भी बंद
शेगांव /दि. 15– बुलढाणा जिले के शेगांव तहसील के कुछ गांव के लोगों के अचानक सिर के बाल गिरना शुरु होने से स्वास्थ विषयक समस्या निर्माण होने के बाद इसका अब सामाजिक परिणाम भी सामने आने लगा है. इन गावों के विवाहयोग्य युवक-युवतियों के रिश्ते नहीं हो पा रहे है. गांव में कोई मेहमान भी नहीं आ रहा है. साथ ही इस गांव में अब बाहर से आनेवाली सब्जी और दूध की आपूर्ति बंद हो गई है. इतना ही नहीं बल्कि इन गांव के लोगों को अन्य गांव में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. साथ ही गांव के सलून में भी प्रवेश न दिए जाने की बात सामने आ रही है.
शेगांव तहसील के करीबन 15 से 16 गांव में अचानक सिर के बाल गिरना शुरु हो गया और अनेक लोग टकले हो गए. अनेक वैद्यकीय दल इस गांव में बाल गिरने की घटना की जांच करने के लिए आकर गए. लेकिन 20 दिन बितने के बावजूद इसका कारण पता नहीं चल पाया है. इस परिसर में देश का सर्वोच्च केंद्रीय वैद्यकीय संशोधन परिषद का दल पहुंचा है. लेकिन पिछले 20 दिनों से शेगांव तहसील के इस 15 से 16 गांव के नागरिकों को अनेक मुसीबतों का सामना करना पड रहा है. इस गांव के और आसपास के परिसर के नागरिकों की तरफ अन्य परिसर के लोग अब कुछ अलग नजर से देखने लगे है. सिर के बाल गिरना और टक्कल होने से इस परिसर में कोई नया मेहमान भी आता दिखाई नहीं दे रहा है. जबकि अन्य गांव में भी इस परिसर के नागरिकों को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. गांव के विवाहयोग्य युवक-युवतियों के लिए भी रिश्ते आते नहीं दिखाई दे रहे है. साथ ही जिन लोगों का रिश्ता निश्चित हुआ है, वह रिश्तेदार भी किसी न किसी कारण को सामने कर इस गांव में आने से कन्नी काटने लगे है. परिसर के नागरिकों को सलून में भी प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. इस कारण गांव के नागरिकों को बडी समस्या का सामना करना पड रहा है. शासन द्वारा जल्द से जल्द इस बीमारी का निदान कर इस पर तत्काल उपाययोजना करने और परिस्थिति से बाहर निकालने की मांग गांव के नागरिकों द्वारा की जा रही है.
* बुलढाणा में आईसीएमआर दल पहुंचा
बुलढाणा जिले के शेगांव तहसील में सिर के बाल अचानक गिरना और नागरिक टकले होने के कारण का पता लगाने के लिए आईसीएमआर दल वहां पहुंच गया है. इस दल में 8 लोगों का समावेश है. दिल्ली, चेन्नई, भोपाल के डॉक्टरों का इसमें समावेश है. इस आयुष दल ने दो दिन इस परिसर के 8 गांव का दौरा किया. लेकिन अभी भी सिर के बाल गिरने का निदान नहीं किया जा सका है.