दहेज के लिए विवाहिता को जलाकर मार डाला
पति सहित सास, ससुर व देवर के खिलाफ मामला दर्ज
* विवाहिता की मां ने दत्तापुर पुलिस थाने में दर्ज कराई शिकायत
अमरावती /दि.14- मेरी बेटी को उसके पति तथा सास-ससुर व देवर द्वारा दहेज की मांग के लिए शारीरिक व मानसिक तौर पर प्रताडित करने के साथ ही जिंदा जलाकर मार दिया गया. इस आशय की शिकायत दर्यापुर में रहने वाली 56 वर्षीय महिला द्वारा धामणगांव रेल्वे के दत्तापुर पुलिस थाने में दर्ज कराई गई है. जिसके आधार पर दत्तापुर पुलिस ने विपिन वासुदेव कट्यारमल, वासुदेव गोपाल कट्यारमल, कुणाल वासुदेव कट्यारमल व हरीभाउ गोपाल कट्यारमल सहित एक महिला ऐसे कुल पांच लोगों के खिलाफ बीएनएस की धारा 80 (2) व 3 (5) के तहत अपराधिक मामला दर्ज किया है.
इस संदर्भ में शिकायतकर्ता महिला द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक उसकी छोटी बेटी ऋतुजा का विवाह 13 जून 2023 को धार्मिक रीतिरिवाज के अनुसार मूलत: धामणगांव रेल्वे से वास्ता रखन ेवाले विपिन कट्यारमल के साथ हुआ था, जो इंजीनियर के तौर पर पुणे स्थित एक कंपनी में काम किया करता था और पुणे की हवेली तहसील अंतर्गत लोणी कालभोर में अपने माता-पिता व भाई के साथ रहता था. जिसके चलते विवाह के बाद ऋतुजा भी अपने पति के साथ रहने हेतु पुणे चली गई. जहां पर शुरुआती तीन माह के दौरान तो सबकुछ ठीकठाक चलता रहा, लेकिन इसके बाद ऋतुजा ने फोन पर बताया कि, उसके पति सहित सास-ससुर व देवर द्वारा उसे विभिन्न बातों को लेकर शारीरिक व मानसिक तौर पर प्रताडित किया जाता है. साथ ही धामणगांव रेल्वे में रहने वाले बडे ससुर हरीभाउ कट्यारमल भी उसके पति व सास ससुर को उसके खिलाफ भडकाते है. यह सुनने के बाद फिर्यादी महिला ने अपनी बेटी ऋतुजा को समझाने बुझाने का प्रयास किया और इस बारे में उसके पति व सास-ससुर से फोन पर बात की, तो उन्होंने नया वाहन खरीदने हेतु 4 लाख रुपए दिये जाने की मांग रखी. जिसके चलते उसने बेटी के ससुरालवालों को 2 लाख रुपए दिये थे. लेकिन इसके बाद बेटी के पति व सास-ससुर की ओर से आये दिन पैसे मांगने का सिलसिला शुरु हो गया. लेकिन उसके पास देने के लिए पैसे ही नहीं थे और पैसे नहीं मिलने की वजह से बेटी के पति तथा सास-ससुर व देवर ने हरीभाउ कट्यारमल के कहने पर तलाक के लिए अदालत में याचिका दायर की. तब अदालत को बताया गया कि, उनकी बेटी अपनी ससुराल में रहने के लिए तैयार है, लेकिनन ससुरालियों द्वारा उसे दहेज की मांग के लिए प्रताडित किया जा रहा है. जिसे लेकर ऋतुजा ने जनवरी 2024 के दौरान लोणी कालभोर थाने में शिकायत भी दर्ज की थी. जिसके आधार पर भांदवि की धारा 498, 504, 506 व 323 के तहत अपराध भी दर्ज किया गया था. जिसके बाद शिकायतकर्ता महिला अपनी बेटी को अपने साथ दर्यापुर वापिस ले आयी. जिसके कुछ समय बाद 8 अक्तूबर 2024 को ऋतुजा के पति विपीन कट्यारमल ने उसे अपने साथ रहने हेतु धामणगांव रेल्वे बुलाया. जिसके चतले ऋतुजा उसी दिन दोपहर 4 बजे दर्यापुर से धामणगांव रेल्वे हेतु रवाना हुई. लेकिन अगले ही दिन यानि 9 अक्तूबर की सुबह 7 बजे उसे दर्यापुर में खबर मिली कि, ऋतुजा अपनी ससुराल में जल गई है और उसे इलाज हेतु यवतमाल रेफर किया गया है. यह जानकारी मिलते ही शिकायतकर्ता महिला ने यवतमाल में रहने वाले अपने रिश्तेदार को फोन करते हुए ऋतुजा का हालचाल देखने हेतु कहा, तो पता चला कि, ऋतुजा पूरी तरह से जल गई है और बुरी तरह से झुलस जाने के चलते उसकी मौत हो गई है. यह जानकारी सामने आते ही ऋतुजा की मां ने दत्तापुर पुलिस थाने पहुंचते हुए अपनी बेटी ऋतुजा के पति विपिन कट्यारमल (32), ससुर वासुदेव कट्यारमल (65), देवर कुणाल कट्यारमल (28), बडे ससुर हरीभाउ कट्यारमल (70) व एक महिला (सभी विठ्ठल मंदिर के पास दत्तापुर निवासी) को अपनी बेटी की मौत के लिए जिम्मेदार बताते हुए उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. जिसके आधार पर दत्तापुर पुलिस ने पांचों आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धारा 80 (2) व 3 (5) के तहत अपराधिक मामला दर्ज करते हुए जांच शुरु कर दी है.
* मेरी बेटी को इंसाफ मिले, आरोपियों पर हो कार्रवाई
– ऋतुजा के माता-पिता ने पत्रवार्ता में उठाई मांग
वहीं इस बीच ऋतुजा कट्यारमल के दर्यापुर निवासी माता-पिता ने आज अमरावती पहुंचकर वालकट कम्पाउंड परिसर स्थित मराठी पत्रकार भवन में एक पत्रवार्ता बुलाई और मीडिया के समक्ष इस पूरे मामले की विस्तृत जानकारी देते हुए मांग उठाई कि, उनकी बेटी ऋतुजा की मौत के लिए जिम्मेदार रहने वाले कट्यारमल परिवार के सदस्यों पर पुलिस द्वारा कडी से कडी कार्रवाई की जानी चाहिए. साथ ही ऋतुजा की मौत के बाद से फरार चल रहे सभी आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी की जानी चाहिए. इसके साथ ही ऋतुजा के माता-पिता ने पुलिस विभाग से अपनी बेटी के लिए इंसाफ की मांग भी उठाई.