अमरावती/दि.17 – लाखो रुपए खर्च कर आलिशान विवाह समारोह आयोजित करने वाले की इन दिनों बाढ आई है. पिछले दिनों यवतमाल जिले में एक विवाह समारोह पर 15 करोड रुपए खर्च किए जाने की बडी चर्चा समाज माध्यमों में थी. इधर महंगे विवाह समारोह पर रोक लगाने और पिछडा वर्ग हेतु सामूहिक रुप से ऐसे समारोह आयोजित करने वाली संस्था एवं दम्पति को कन्यादान योजना के माध्यम से अनुदान देने की समाज कल्याण विभाग की योजना घोषित हुई है.
20 हजार का अनुदान
विभाग ने योजना शुरु रहने की जानकारी देते हुए बताया कि, सामूहिक विवाह आयोजित करने वाली संस्था को अनुदान देने के साथ दम्पति को 20 हजार रुपए का अनुदान दिया जाता है. अधिकारियों ने बताया कि, कन्यादान योजना अंतर्गत सामूहिक विवाह कराने वाली संस्था को प्रति जोडा 4 हजार रुपए अनुदान मिलता है.
* ऐसी है कन्यादान योजना
कन्यादान योजना के माध्यम से पिछडा वर्ग और अनुसूचित जाति एवं जनजाति के युवक-युवतीयों के हेतु सामूहिक विवाह आयोजन करने सरकार से अनुदान मिलता है. इस संबंध में अधिक जानकारी समाज कल्याण विभाग से संपर्क किया जा सकता है. बढती महंगाई के दौर में कम खर्च में विवाह के उद्देश्य से महाराष्ट्र सरकार की यह योजना है. इसके लिए संस्था का पंजीयन जरुरी है. उसे भूतकाल में ऐसे समारोह आयोजन का अनुभव होना चाहिए. इसमें शामिल होकर 20 हजार का अनुदान पाने के लिए वर/वधु में से कोई एक या दोनों अनुसूचित जाति, विमुक्त जाति, विशेष पिछडा वर्ग, घुमंतू जाति का होना चाहिए. धनगर व वंजारी सहित नवबौद्ध को भी इस योजना का लाभ मिलता है.