मास्क ने कोरोना के साथ ही रोका फ्लू, बैक्टेरिया व अस्थमा को
संक्रामक बीमारियों (Infectious Diseases) का प्रमाण घटा
अमरावती/दि.17 – विगत लंबे समय से अमरावती शहर सहित जिले में कोरोना के संक्रमण का खतरा व्याप्त है. जिसके मद्देनजर हर एक व्यक्ति हेतु मास्क का प्रयोग करना अनिवार्य किया गया है. इस मास्क की वजह से जहां एक ओर कोरोना के संक्रमण को रोकने में मदद मिली, वहीं दूसरी ओर इसी मास्क की वजह से से फ्लू, बैक्टेरिया व अस्थमा जैसी बीमारियों को भी नियंत्रित रखने में काफी हद तक सफलता प्राप्त हुई है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक मास्क का सबसे बडा फायदा यह रहा कि, इसकी वजह से श्वसन संबंधी बीमारियां टाली जा सकी.
ज्ञात रहें कि, कोविड-19 नामक संक्रामक वायरस से बचने हेतु सरकार ने विभिन्न उपाय योजनाएं शुरू की है. विगत मार्च से सितंबर माह तक सात माह के दौरान कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करना प्रशासन के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहा. इस दौरान मास्क के प्रयोग, नियमित तौर पर हाथ धोने और सोशल डिस्टंसिंग का पालन करने इस त्रिसूत्री पर विशेष ध्यान दिया गया. इसी के परिणाम स्वरूप अक्तूबर माह से कोरोना के संक्रमण की रफ्तार काफी हद तक कम हुई. हालांकि इसके बावजूद भी इस त्रिसूत्री के पालन को अनिवार्य ही रखा गया है. साथ ही मनपा प्रशासन ने पुलिस बंदोबस्त का सहयोग लेते हुए मास्क का प्रयोग नहीं करनेवाले नागरिकों व वाहन चालकों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करनी शुरू की. जिसे बचने हेतु अमरावतीवासियों को धीरे-धीरे मास्क का प्रयोग करने की आदत हो गयी और चूंकि इस समय अधिकांश नागरिकों द्वारा मास्क का प्रयोग किया जा रहा है. जिसकी वजह से कई संक्रामक बीमारियों के प्रादुर्भाव को रोका जा सका है. इन दिनों कई सरकारी प्रशासकीय कार्यालयों सहित निजी व्यापारिक प्रतिष्ठानों में ‘नो मास्क-नो एंट्री’ के फलक लगे हुए है. जिसकी वजह से मास्क पहनने को लेकर काफी हद तक जनजागरूकता आ रही है. साथ ही मास्क का प्रयोग बढने की वजह से जहां एक ओर कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम हुई है, वहीं दूसरी ओर ठंडी के मौसम में फैलनेवाली श्वसन संबंधी बीमारियों का प्रमाण भी कम हुआ है.
- मास्क का प्रयोग अनिवार्य करने हेतु प्रशासन को कई उपाययोजनाएं करनी पडी है. जिसके चलते अक्तूबर माह से कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम हुई है. इस समय यद्यपि ठंडी का मौसम शुरू हो ग या है, लेकिन इसके बावजूद श्वसन संबंधी बीमारियोें से पीडित मरीजों की संख्या काफी कम है. मास्क के दम पर सर्दी-खांसी तथा बूखार सहित स्वाईन फ्ल्यू व बैक्टेरिया वाईरल जैसी बीमारियों को रोका जा सका है. ऐसे में यह जरूरी है कि, नागरिकों द्वारा नियमित तौर पर मास्क का प्रयोग किया जाये.
– डॉ. श्यामसुंदर निकम
जिला शल्य चिकित्सक