अमरावती

गीता जयंती उत्सव पर सामूहिक भगवत गीता पारायण

गीता परिवार एवं माहेश्वरी महिला मंडल का संयुक्त उपक्रम

अमरावती/ दि.3– श्रीमद भगवत गीता के नामस्मरण से भक्तों का दुख दूर हो जाता है. उनकी हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है. भागवत गीता का पाठ करने से मनशांति प्राप्त होती है. इस कामना के साथ शुक्रवार को गीता परिवार एवं माहेश्वरी महिला मंडल की सखियों ने सामूहिक रूप से भगवत गीता का पारायण किया. स्थानीय धनराज लेन स्थित राधाकृष्ण मंदिर में शुक्रवार की दोपहर 2.30 बजे से सामूहिक भागवत गीता पारायण की शुरूआत हुई. इस अवसर पर शाम 6 बजे सामूहिक पारायण कर भगवान की आरती और प्रसाद वितरण से समाप्ति की गई. इस अवसर पर गीता परिवार द्बारा ली गई भगवत गीता के संपूर्ण 18 अध्याय कंठस्थ करनेवाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया. उस परीक्षा में सफल हुए गीताव्रती गरिमा आंचलिया, हेमा लढ्ढा, श्री हरि तिडके, देवांश कलंत्री, शीला नावंदर, आरव लढ्ढा, कांचन पाठक, सारंगा रघुवंशी का शाल, श्रीफल व पुष्प देकर माहेश्वरी महिला मंडल की जिलाध्यक्षा रेणु केला, रानी करवा, ऋतुजा औतकर, लक्ष्मी कलंत्री,उमा जाजु, शशि मुंधडा, शेवंती मुंधडा, मालती राठी के हाथों सत्कार किया.
कार्यक्रम में गीता परिवार से उर्मिला कलंत्री, मालती राठी, ऋतुजा औतकर, शेवंती मुंदडा, लक्ष्मी कलंत्री,उमा जाजू और माहेश्वरी महिला मंडल की अध्यक्ष रानी करवा, पूजा तापडिया, कृष्णा राठी, माधवी करवा, संगीता टवाणी, शशि मुंधडा, नलिनी बजाज, रेखा हेडा, पूजा राठी, आशा गग्गड, रेखा बुब, मीना लढ्ढा, लता सिकची, लक्ष्मी कलंत्री, उषा लढ्ढा, शारदा कासट, मंगला आंचलिया, वर्षा औतकर, सुशीला नावंदर, माया नावंदर, लीला भट्टड, किरण शर्मा, वीना लढ्ढा,शोभा जाजू, हेमा लढ्ढा,आरव लढ्ढा, रेणु केला के साथ अन्य महिलाओं की उपस्थिति रही.

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