* ३९६ उम्मीदवारों ने दिया परिचय
अमरावती/दि. १०– परिचय सम्मेलन के आयोजनों से समाज का पैसा और समय की बचत होती है. पिछले कई वर्षों से त्रिरत्न वर-वध्ाू सूचक केंद्र के माध्यम से हजारों विवाह कराए गए. इसलिए सामूहिक परिचय व विवाह सम्मेलन बौद्ध धर्मियों के लिए समय की जरूरत है, यह बात पूर्व नगरसेवक मंगेश मनोहरे ने कही. त्रिरत्न वर-वध्ाू सूचक केंद्र की ओर से राज्यस्तरीय बौद्ध धर्मियों का वर-वध्ाू परिचय सम्मेलन रविवार को संबोधी : डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर संस्कार भवन, भीमटेकडी में हुआ. सम्मेलन का उद्घाटन सेवानिवृत्त मुख्याध्यापक एस.बी.शिरसाट गुरुजी ने किया. सम्मेलन की अध्यक्षता पूर्व सभापति तथा नगरसेवक मंगेश मनोहरे ने की. इस अवसर पर प्रमुख अतिथि के रूप में एड.गणेश उके, वंचित बहुजन आघाडी के नेता सिद्धार्थ भोजने, डी.जे.खडसे, मरीजसेवक सुरेश तायडे, रिपाइं (आंबेडकर) के प्रकाशबाबू खरुले, सामाजिक कार्यकर्ता मंगेश तायडे, त्रिरत्न वर-वध्ाू सूचक केंद्र की संचालिका अलका गंभीर, सुधाकर ढाणके, महाराष्ट्र राज्य मराठी पत्रकार संघ के पश्चिम विदर्भ अध्यक्ष नयन मोंढे मंच पर उपस्थित थे. मान्यवरों के हाथों तथागत गौतम बुद्ध, विश्वरत्न डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा का पूजन किया गया. बौद्ध धम्म वध्ाु-वर सम्मेलन में राज्य के तथा राज्य के बाहरी क्षेत्र से समाज बंध्ाु उपस्थित थे. इस समय ३९६ वध्ाु-वर ने अपना परिचय दिया. सम्मेलन की प्रस्तावना रोशन मेश्राम ने रखी. संचालन संदीप हिरोले तथा आभार प्रदर्शन अलका गंभीर ने किया. सम्मेलन को सफल बनाने के लिए त्रिरत्न वर-वध्ाू सूचक केंद्र के पदाधिकारी एवं सदस्यों ने प्रयास किए.