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राजकमल चौराहे पर दी गई उमेश कोल्हे को सामूहिक श्रध्दांजलि

हजारों नागरिकों की रही उपस्थिति, घटना को लेकर जताया गया संताप

* राजकमल चौक सहित पूरे परिसर में रहा पुलिस का कडा बंदोबस्त
* सभी प्रमुख रास्तों पर की गई थी कडी बैरिकेटिंग
* सीपी आरती सिंह सहित शहर पुलिस के तमाम आला अधिकारी थे ‘ऑन रोड’
* सुबह से प्रमुख व्यापारिक क्षेत्रों में रहा सन्नाटा, दोपहर बाद खुले बाजार
अमरावती/दि.4- विगत 21 जून की रात जानलेवा हमले का शिकार हुए उमेश कोल्हे को आज स्थानीय राजकमल चौक पर भारतीय जनता पार्टी सहित विभिन्न हिंदुत्ववादी संगठनों द्वारा किये गये आवाहन के चलते हजारोें नागरिकोें ने इकठ्ठा होकर सामूहिक श्रध्दांजलि अर्पित की. इस समय सभी उपस्थितों ने उमेश कोल्हे हत्याकांड की तीव्र शब्दों में निंदा करने के साथ ही इसे एक कायराना हमला बताया. साथ ही उमेश कोल्हे की हत्या करनेवाले आरोपियों को कडी से कडी सजा दिये जाने की मांग भी उठायी.
उल्लेखनीय है कि, तहसील कार्यालय परिसर के पास स्थित रचना आर्केड नामक व्यवसायिक संकुल में अमित मेडिकल्स नामक जानवरों की दवाईयों का प्रतिष्ठान चलानेवाले उमेश कोल्हे की विगत 21 जून की रात न्यु हाईस्कुल मेन के पास निर्ममतापूर्वक हत्या कर दी गई थी. पश्चात इस मामले में बीते शनिवार तक सात आरोपियों को पुलिस द्वारा अपनी हिरासत में लिया गया. इसके साथ ही यह बात भी सामने आयी कि, टीवी डिबेट के दौरान विवादास्पद वक्तव्य देनेवाली भाजपा की निलंबीत प्रवक्ता नुपुर शर्मा का सोशल मीडिया पर समर्थन किये जाने के चलते इन आरोपियों ने उमेश कोल्हे को मौत के घाट उतारा. यह जानकारी सामने आते ही शहरवासियों का गुस्सा फूट पडा और हर स्तर पर इस जघन्य हत्याकांड का निषेध किया जाने लगा. वहीं गत रोज भाजपा के शहराध्यक्ष किरण पातुरकर ने सोमवार की सुबह 11 बजे राजकमल चौक पर सामूहिक श्रध्दांजलि सभा के आयोजन की घोषणा करते हुए
सभी शहरवासियों से इस सभा में उपस्थित रहकर उमेश कोल्हे को श्रध्दांजलि अर्पित करने का आवाहन किया था.
जिसके बाद आज सुबह 10.30 बजे के आसपास ही भारतीय जनता पार्टी, भारतीय जनता युवा मोर्चा, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल तथा शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्थान जैसे संगठनों के पदाधिकारियों सहित विभिन्न क्षेत्रों के नागरिकों का राजकमल चौराहे पर जमावडा लगना शुरू हो गया. जहां पर सुबह करीब 11.30 बजे उमेश कोल्हे को सामूहिक श्रध्दांजलि अर्पित की गई.

* जय श्रीराम के नारों व रामधुन से गूंजा राजकमल चौराहा
स्थानीय राजकमल चौराहे के पास स्थित सीतारामदास बाबा मार्केट के चबुतरे पर इस सामूहिक श्रध्दांजलि सभा हेतु मंच बनाया गया था. जहां पर कातिलाना हमले का शिकार हुए उमेश कोल्हे की प्रतिमा रखी हुई थी और यहां पर रामधुन व भजनों की धुनों को बजाया जा रहा था. जैसे-जैसे राजकमल चौराहे पर नागरिकों की भीड इकठ्ठा होनी शुरू हुई, वैसे-वैसे यहां पर ‘जय श्रीराम’ के नारों सहित ‘भारत माता की जय’, ‘गौ हत्या बंद हो’, ‘अधर्म का नाश हो’, ‘जबरन धर्मांतरण बंद’ हो जैसे नारे लगाये गये. जिसके बाद हजारों लोगों ने मौना श्रध्दांजलि देने के साथ ही उमेश कोल्हे की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते हुए उनकी स्मृतियों का अभिवादन किया.

* कोल्हे परिवार के सदस्य थे उपस्थित
इस श्रध्दांजलि सभा में स्व. उमेश कोल्हे की पत्नी सविता कोल्हे, पुत्र संकेत कोल्हे, बहू वैष्णवी कोल्हे, बडे भाई महेश कोल्हे और भतीजे अर्णव कोल्हे की भी उपस्थिति रही. जिन्होंने उपस्थित जनसमूदाय के प्रति कोल्हे परिवार की ओर से आभार ज्ञापित किया. साथ ही सभी उपस्थितों ने अपने आप को पूरी तरह से कोल्हे परिवार के साथ बताया.
इस अवसर पर सांसद डॉ. अनिल बोंडे, विधायक प्रवीण पोटे पाटील, विधायक डॉ. रणजीत पाटील, भाजपा प्रवक्ता शिवराय कुलकर्णी, भाजपा शहराध्यक्ष किरण पातुरकर, संजय तिरथकर, जयंत डेहणकर, तुषार भारतीय, एड. प्रशांत देशपांडे, चेतन गावंडे, राधा कुरील, मंगेश खोंडे, लविना हर्षे, निवेदिता चौधरी, कौशिक अग्रवाल, लप्पीसेठ जाजोदिया, बरखा बोज्जे, गूंजन गोले, सुरेश जैन, संध्या टिकले, मिलिंद बांबल, प्रणित सोनी, बंटी पारवानी, डॉ. अविनाश चौधरी, सुरेखा लुंगारे, विजय शर्मा, लता सिंघई, अजय सारस्कर, जयश्री डहाके, नूतन भुजाडे, अनिता राज, सुनिल काले, संजय कटारिया, आनंद रत्नपारखी, कुंदन यादव, प्रवीण कौंडण्य, गजेंद्र भैसे, अश्विन राउत, राजेंद्र पारेख, शुभम खानझोडे, दिनेश कारिया, पंकज अग्रवाल, राजेश शेरेकर, सुुमित कलंत्री, भरत श्रॉफ, विवेक कलोती, श्रीकांत चव्हाण, अमित हिंडोचा, धीरज कडू, कमलेश खेतान, सचिन सुर्यवंशी, अशोक साधवानी, इंदरलाल दिपवानी, अजय सेजवानी, आशिष अतकरे, शिरिष रासने, संजय नरवने, आदित्य ठाकुर, गंगा खारकर, लता देशमुख, संगीता शिंदे, वसूधा बोंडे, रिता मोकलकर, छाया अंबाडकर, पद्मजा कौंडण्य, श्रद्धा गहलोद, नूतन भुजाडे, लखन राज, अनिता राज, विजय भुतडा, भूषण हरकुट, राजु मेटे, संजय आठवले, भारती मोहकर, संतोष बद्रे, शंकरलाल मंधानी, विनोद कलंत्री, राजु राजदेव, हेमंत श्रीवास्तव, राजेश पोहुलकर, दिपक मोहीकर, राजेश आसेगावकर, सुमित कलंत्री, सागर महल्ले, डॉ. प्रणय कुलकर्णी, प्रणित सोनी, सारंग राउत, शिल्पा पाचघरे, ललित समदुरकर, आत्माराम पुरसवानी, रेखा भुतडा, मिलिंद बांबल, दिपक दादलानी, हिमांशू वेध, योगेश बावणे, सतनाम कौर हुड्डा, गोपाल गुप्ता, निलेश काजे आदि सहित हजारों लोग राजकमल चौराहे पर उपस्थित थे.

* कोल्हे परिवार को न्याय मिले
इस श्रध्दांजलि सभा को संबोधित करते हुए राज्य के पूर्व गृहराज्यमंत्री एवं भाजपा के विधान परिषद सदस्य डॉ. रणजीत पाटील ने इस निर्मम हत्याकांड का निषेध करते हुए कहा कि, इस घटना के चलते समाजमन पूरी तरह से सुन्न हो चला है और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई किये जाने की मांग जोर पकड रही है. ऐसे में कोल्हे परिवार को न्याय दिलाने हेतु दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त और कडी से कडी कार्रवाई होनी चाहिए. इसके अलावा इस बात का भी ख्याल रखा जाना चाहिए कि, भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो.

* कट्टर धार्मिक मानसिकता का नाश जरूरी
इस श्रध्दांजलि सभा का आवाहन करनेवाले भाजपा के शहराध्यक्ष किरण पातुरकर ने उमेश कोल्हे हत्याकांड को कट्टर धार्मिक विचारधारा के परिणामस्वरूप घटित घटना बताते हुए कहा कि, ऐसे कट्टरवादी तत्वों की पहचान सुनिश्चित करते हुए उनके क्रियाकलापों पर अंकुश लगाया जाना बेहद जरूरी है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं घटित न हो. आज उमेश कोल्हे हत्याकांड की वजह से अमरावती शहर में सर्वत्र दहशत का माहौल है. ऐसे में संतप्त जनभावनाओं को देखते हुए इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में करते हुए आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलाई जानी चाहिए, ताकि उमेश कोल्हे के परिजनों को न्याय मिल सके.

* समय रहते कार्रवाई होना जरूरी था
इस समय भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता शिवराय कुलकर्णी ने कहा कि, अगर अमरावती शहर पुलिस ने इस मामले में समय रहते कार्रवाई की होती, तो शायद उमेश कोल्हे की जान बच सकती थी. क्योंकि उमेश कोल्हे ने खुद को मिल रही धमकियों के बारे में पुलिस के पास शिकायत की थी. जिस पर पुलिस ने कोई ध्यान नहीं दिया. वहीं उमेश कोल्हे की हत्या होने के बाद भी मामले की असलियत को छिपाने का प्रयास करते हुए उसे अलग ही रूप देने का प्रयास किया गया, लेकिन जैसे ही एनआईए की एंट्री हुई, वैसे ही इस मामले की असली वजह सबके सामने आ गई. ऐसे में उम्मीद की जा सकती है कि, कोल्हे परिवार को जल्द ही इन्साफ मिलेगा.

* चप्पे-चप्पे पर रहा कडा पुलिस बंदोबस्त
आज राजकमल चौराहे पर आयोेजीत इस श्रध्दांजलि सभा के मद्देनजर शहर पुलिस द्वारा किसी भी तरह की स्थिति से निपटने हेतु राजकमल चौक सहित इस परिसर में चारों ओर कडा बंदोबस्त लगाया गया था. जिसके तहत खुद शहर पुलिस आयुक्त आरती सिंह दोनोें पुलिस उपायुक्तों व चारों सहायक पुलिस आयुक्तों के साथ ‘ऑन रोड’ उतरी. साथ ही बंदोबस्त में 9 थानेदारों सहित पुलिस आयुक्तालय के 150 कर्मचारी तैनात किये गये. इसके अलावा 125 पुलिस कर्मचारियों की एसआरपीएफ कंपनी के साथ ही अकोला पुलिस ट्रेनिंग सेंटर के 150 कर्मचारी भी आज अमरावती में राजकमल चौक सहित अलग-अलग इलााकों में तैनात किये गये थे. इसके साथ ही किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए ‘वरूण’ वॉटर टैंक, ‘वज्र’ दंगा नियंत्रण दल तथा क्यूआरटी पथक एवं 9 पुलिस वाहनों सहित एम्बुलेन्स वाहन भी तैयार रखे गये थे.

* सभी प्रमुख मार्गों पर रही बैरिकेटिंग
आज सुबह 11.30 बजे राजकमल चौराहे पर होनेवाली सामूहिक श्रध्दांजलि सभा के मद्देनजर किसी भी तरह की भीडभाड या भगदड जैसी स्थिति को टालने के लिए शहर पुलिस द्वारा राजकमल की ओर जानेवाले सभी प्रमुख रास्तों पर बैरिकेटिंग कर दी गई थी. जिसके चलते जयस्तंभ, राजापेठ, गांधी चौक तथा रेल्वे उडानपुल से राजकमल की ओर आनेवाले रास्तों पर बैरिकेटिंग करते हुए राजकमल चौक की तरफ किसी भी वाहन को जाने की अनुमति नहीं दी जा रही थी. हालांकि बैरिकेटिंग से पहले अपने वाहन पार्क करते हुए राजकमल की ओर पैदल जाने के लिए किसी तरह की कोई तक्कत या रोक-टोक भी नहीं थी.

* दोपहर बाद तक बंद रहे शहर के प्रमुख बाजार
आज सुबह से ही शहर के राजकमल, श्याम चौक, बापट चौक, नगर वाचनालय, राजापेठ, अंबादेवी रोड तथा गांधी चौक परिसर जैसे प्रमुख व्यापारिक क्षेत्रों में सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद थे और अपरान्ह 11.30 बजे शुरू हुई सामुहिक श्रध्दांजलि सभा के खत्म होने के बाद इन सभी व्यापारिक क्षेत्रों में प्रतिष्ठान खुलने शुरू हुए. जिसके चलते जहां सुबह से शहर की सडकों एवं व्यापारिक क्षेत्रोें में सन्नाटा पसरा दिखाई दे रहा था, वहीं दोपहर बाद व्यापारिक क्षेत्रों में धीरे-धीरे चहल-पहल वापिस लौटी.

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