सामूहिक प्रतिकार शक्ति हेतु अधिकाधिक टीकाकरण आवश्यक
राष्ट्रीय टीकाकरण दिन निमित्त सुप्रसिध्द डॉक्टरों का संवाद सत्र
-
महापौर चेतन गावंडे का डॉ. अविनाश चौधरी से संवाद
अमरावती/दि.18 मार्च – कोविड 19 संदर्भ में फेसबुक लाईव उपक्रम अंतर्गत महापौर चेतन गावंडे की संकल्पना से शहर के सुप्रसिध्द डॉक्टरों का संवाद सत्र शुरु किया गया है. पांच दिवसीय यह संवाद सत्र रोज शाम 6 बजे शुरु किया जायेगा. शहर के सुप्रसिध्द डॉक्टरों का इसमें समावेश रहेगा.
राष्ट्रीय टीकाकरण दिन निमित्त 16 मार्च की शाम 6 बजे पहले दिन कार्यक्रम की शुरुआत की गई.जिसमें महापौर चेतन गावंडे ने सुपर स्पेशालिटी हॉस्पीटल प्रत्यारोपण वैद्य डॉ.अविनाश चौधरी के साथ कोविड 19 टीकाकरण बाबद संवाद साधा. महापौर चेतन गावंडे ने नागरिकों से न घबरते हुए वैक्सीन का लाभ लेने का आवाहन किया है. कोरोना प्रतिबंध के लिये टीकाकरण परिणामकारक कैसे साबित हो सकता है, इस बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि संसर्ग के प्रतिबंध हेतु स्वास्थ्य यंत्रणा शुरुआत से ही अविरत कार्य करने वाले डॉ. अविनाश चौधरी गत एक वर्ष से कोविड-19 के महामारी के साथ दो हाथ कर रहे हैं. शुरुआत के समय त्रिसूत्रीय का महत्व बताया गया. लेकिन उसका पालन अधिकांश लोगों व्दारा किये जाने के लिये काफी समय लगा. विषाणु किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं करता. कोरोना का खतरा सभी के लिये समान है. इस संबंध में समाज में निर्माण हुई प्रतिकार शक्ति का होना आवश्यक है. इस बारे में उन्होंने कहा कि जब मनुष्य के शरीर में बीमारी का जीवाणु या विषाणु प्रवेश करता है, उस समय शरीर उसे शत्रु समझ उसके विरोध में लड़ने की शक्ति तैयार करता है. यहीं प्रतिकारशक्ति है. नैसर्गिक रुप से शक्ति विषाणु का प्रवेश होने के बाद ही विकसित होती है. शास्त्रीय नियमुसार विषाणु का मुकाबला करने के लिये कम से कम 70 प्रतिशत लोकसंख्या में सामाजिक प्रतिकार शक्ति निर्माण होनी चाहिए. ऐसा हुआ तो कोरोना का असर खत्म होगा व मानव जाति सुरक्षित होगी. जिन-जिन लोगों को अब तक इस बीमारी का संसर्ग होकर वे ठीक हो गये, उनमें प्रतिकारशक्ति तैयार हुई है. मात्र जिन्हें अब तक संसर्ग नहीं हुआ, उनके शरीर में प्रतिकारशक्ति निर्माण नहीं हुई है. उसी तरह जिनके शरीर में संसर्ग से नैसर्गिक प्रतिकार शक्ति निर्माण हुई है, वह कितने दिनों तक रहेगी, इस बारे में निश्चित नहीं कहा जा सकता. इस कारण प्रतिकारशक्ति तैयार होना यहीं आवश्यक उपाय है.
टीकाकरण के कारण हम कृत्रिम प्रतिकारशक्ति निर्माण कर सकते है और विषाणु से दो हाथ करने के लिये सज्ज होते है. इस कारण जिनके लिये टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है,उन सभी को लसीकरण करवाना चाहिए. डॉ. चौधरी ने कहा कि जल्द से जल्द हम अधिक लोगों का टीकाकरण करेंगे.