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 पेपर लीक मामले का मास्टर माइंड जेल रवाना

पीसीआर के दौरान नहीं दी अपराध को लेकर कबूली

* यवतमाल व दारव्हा के संदेेहितों को मिली अग्रिम जमानत
अमरावती/दि.19– मृद व जल संधारण अधिकारी पद की परीक्षा की पेपर लीक मामले में मास्टर माइंड रहनेवाले अभिषेक अजय सावरीकर (33, शिवाजी नगर सिग्नेचर टॉवर पुणे) को कर्नाटक के कलबुर्गी शहर से गिरफ्तार करने के बाद उसे नांदगांव पेठ पुलिस ने अपनी कस्टडी में लेकर पढाई के साथ पूछताछ की. लेकिन पुलिस कस्टडी रिमांड के दौरान अभिषेक सावरीकर ने अपने अपराध को बिल्कुल भी कबूल नहीं किया. वहीं अब पुलिस कस्टडी रिमांड की अवधि खत्म हो जाने के बाद अभिषेक सावरीकर को न्यायिक हिरासत के तहत सेंट्रल जेल भेज दिया गया है.

बता दें कि सावरीकर की गिरफ्तारी की वजह से अब तक पकडे गये आरोपियों की संख्या 12 हो गई है. इस मामले में इससे पहले पकडे गये राहुल निंघोट नामक आरोपी द्बारा दिए गये जवाब की वजह से अभिषेक सावरीकर का नाम सामने आया था. निंघोट ने बताया था कि परीक्षार्थी के पास पहुंचाए गये उत्तर सावरीकर ने ही वॉट्सअ‍ॅप के जरिए पुणे से अमरावती के परीक्षा केंद्र तक पहुंचाया था. लेकिन सावरीकर ने इन तमाम संबंधों को पूरी तरह से खारिज कर दिया और इस मामले में अपनी सनलिप्तता से इंकार किया. उधर दूसरी ओर यवतमाल से वास्ता रखनेवाले सरकारी ऑडीटर सुजीत जाधव एवं दारव्हा के सुशील राठोड ने गिरफ्तारी से बचने हेतु अदालत मेें गुहार लगाई. जिन्हें कुछ नियमों और शर्तो के तहत अदालत से गिरफ्तारी पूर्व जमानत मिल गई. दोनों को ही इस मामले में आरोपी बनाया गया हैं. वहीं अब कुल 12 आरोपियों तक ही इस मामले की जांच आकर रूकी हुई है.

विशेष उल्लेखनीय है कि राहुल निंघोट और अभिषेक टावरीकर की आपस में जान पहचान येरवडा जेल में रहने के दौरान हुई थी. ऐसी जानकारी सामने आयी हैं.

* परीक्षा ही हुई रद्द, हजारों परीक्षार्थियों का नुकसान
बता दे कि जल संवर्धन अधिकारी गट ब अराजपात्री पद हेतु 20 व 21 फरवरी को टीसीएस कंपनी के जरिए ली गई परीक्षा को रद्द करने का निर्णय राज्य सरकार द्बारा लिया गया है. मृद व जल संवर्धन विभाग के आधिपत्य के तहत जल संवर्धन अधिकारी (स्थापत्य) गट ब संवर्ग के 670 पदों को सीधी सेवा के तहत भरने हेतु टीसीएस कंपनी के मार्फत राज्य के 28 जिले के 66 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की गई थी. जिसे पेपर लीक मामला उजागर होने के बाद रद्द कर दिया गया हैं और अब पुनर परीक्षा के लिए स्वतंत्र अधिसूचना जारी की जायेगी. जिसके चलते सरकारी नौकरी की आस लेकर चलनेवाले लाखों विद्यार्थियों की मेहनत पानी में चली गई है और उन्हें अब एक बार फिर परीक्षा की प्रतीक्षा करनी पडेगी.

कर्नाटक से गिरफ्तार किए गये अभिषेक सावरीकर की रवानगी सेंट्रल जेल में कर दी गई हैं. इस मामले में एक अन्य आरोपी ने सावरीकर का नाम लिया था. जिसके आधार पर उसे पकडा गया. लेकिन सावरीकर ने इस मामले के साथ अपना संबंध रहने की बात से इंकार किया है.

इसके अलावा यवतमाल के एक ऑडिटर सहित एक अन्य व्यक्ति को अदालत ने अस्थायी तौर पर गिरफ्तारी पूर्व जमानत दी हैं. मामले में जांच चल रही हैं.
– हनुमंत डोपेवाड,
थानेदार, नांदगांव पेठ

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