कल मनपा के समक्ष मातंग समाज का आंदोलन
मातंग समाज ने साठे का पुतला हटाये जाने का किया निषेध
* मनपा की कार्रवाई को बताया खुली मनमानी व हिटलरशाही
* पत्रवार्ता में दी गई आंदोलन की जानकारी
अमरावती/दि.17– छत्रपति शिवाजी महाराज तथा लोकशाहीर अण्णाभाउ साठे का समूचे महाराष्ट्र में बेहद आदरपूर्ण स्थान है. किंतु मनपा प्रशासन ने इन दोनों ही महापुरूषों की खुली अवमानना की है. जिसके तहत राजापेठ रेलवे ओवरब्रिज एवं कलेक्ट्रेट चौक पर स्थापित छत्रपति शिवाजी महाराज व अण्णाभाउ साठे के पुतलों को रातोंरात कार्रवाई करते हुए हटा दिया गया है. यह एक तरह से मनपा की मनमानी व हिटलरशाही है. जिसके खिलाफ कल मंगलवार 18 जनवरी को मातंग समाज द्वारा मनपा आयुक्त कार्यालय के समक्ष जबर्दस्त आंदोलन किया जायेगा. इस आशय की जानकारी यहां बुलाई गई पत्रकार परिषद में लहुजी शक्ति सेना के विदर्भ प्रमुख डॉ. रूपेश खडसे द्वारा दी गई.
इस पत्रवार्ता में मनपा आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर तथा मनपा के अतिक्रमण विभाग प्रमुख बंसेले को तत्काल निलंबीत किये जाने की मांग करते हुए कहा गया कि, दोनों महापुरूषों के पुतलों को उन्हीं स्थानों पर तुरंत स्थापित किया जाना चाहिए और इन महापुरूषों के पुतलों का पूरा सम्मान भी किया जाना चाहिए. अन्यथा मनपा प्रशासन के खिलाफ आंदोलनों की श्रृंखला शुरू की जायेगी.
इस पत्रवार्ता में मानवी हक अभियान के कार्याध्यक्ष दादासाहब क्षीरसागर, मातंग समाज नेता गणेशदास गायकवाड, लहुजी शक्ति सेना के जिला प्रमुख पंकज जाधव, शहराध्यक्ष गौरव गवली, बैंड पथक एसो. के अध्यक्ष गणेश कलाने, सचिव सुरेश गवली, पूर्व पंस सभापती अनिल सोनटक्के, युवा नेता आकाश खडसे, भाजपा अनुसूचित जनजाति सेल के उपाध्यक्ष समीत कलाने, गोपाल हिवराले, कृष्णा भोगे, देवल काटे व कैलाश स्वर्गे आदि उपस्थित थे.