अमरावती

धारणी जिला अस्पताल में प्रसूता की मौत

परिजनों ने लाश उठाने से किया इंकार

डॉक्टरों पर लापरवाही बरतने का आरोप
विधायक राजकुमार पटेल के हस्तक्षेप से मामला सुलझा
धारणी-दि.27 हाल ही में विधानसभा विरोधी पक्षनेता अजित पवार ने धारणी में दौरा किया. विधायक सुलभा खोडके, पूर्व मंत्री यशोमती ठाकुर ने भी मेलघाट के कुपोषण, मातामृत्यु, बालमृत्यू की हकीकत विधानसभा में रखी. इसके बाद भी धारणी के उपजिला अस्पताल की लापरवाही में सुधार नहीं आया. कल शुक्रवार को फिर एक नवप्रसूता की मौत हो गई. परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए 22 वर्षीय झिल्पी निवासी निता नितेश सोनकर की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए लाश स्वीकार करने से इंकार किया. इसकी जानकारी मिलते ही विधायक राजकुमार पटेल, पूर्व जिप सदस्य श्रीपाल पाल ने वहां पहुंचकर हस्तक्षेप करते हुए मामला सुलझाया.
मृत प्रसूता निता सोनकर के परिजनों ने बताया कि, 23 अगस्त के दिन निता को प्रसूती के लिए धारणी के उपजिला अस्पताल भर्ती कराया था. गुरुवार की दोपहर 1 बजे सिजेरियन ऑपरेशन से प्रसूति की गई. जच्चा, बच्चा दोनों स्वस्थ्य रहने की जानकारी डॉक्टरों ने दी. नन्हे मेहमान के आने की खुशी हर एक सदस्य मना रहा था. ऐसे में अचानक शुक्रवार की शाम 5.30 बजे निता की तबीयत बिगड गई. इतना ही नहीं तो उसकी मौत भी हो गई. जब सिजेरियन ऑपरेशन अच्छे से हुआ वह स्वस्थ्य थी तो मौत कैसे हुई, ऐसा सवाल उपस्थित करते हुए परिजनों ने वहां के डॉक्टरों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया. 150 से अधिक लोगों की भीड जमा हो गई. परिजनों ने जब तक संबंधित डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती तब तक लाश नहीं उठाने की भूमिका अपनाई, जिससे तनाव की स्थिति निर्माण हुई. इसकी जानकारी मिलते ही विधायक राजकुमार पटेल व श्रीपाल पाल अस्पताल पहुंचे. मामले में हस्तक्षेप करते हुए पीडित परिजनों को समझाते हुए पोस्टमार्टम के लिए राजी किया. पोस्टमार्टम के पश्चात निता की लाश परिजनों को सौंपा. झिल्पी गांव में ले जाकर निता के पार्थिव पर अंत्य संस्कार किया गया.

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