अमरावती-/ दि. 13 स्व. विमलाबाई देशमुख ने अपने जीवन में आदर्श स्त्री , आदर्श पत्नी, आदर्श मां तथा समाजसेविका की भूमिका निभाई. वे अष्टपैलू व्यक्तिमत्व की धनी थी, ऐसा प्रतिपादन डॉ. सतीश तराल ने व्यक्त किया. वे श्री शिवाजी शिक्षा संस्था द्बारा संचालित मातोश्री विमलादेवी महाविद्यालय में आयोजित स्व. विमलाबाई देशमुख के पुण्यतिथि समारोह में बतौर प्रमुख वक्ता के रूप में बोल रहे थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. अस्मिता देशमुख ने की तथा प्रमुख वक्ता के तौर पर डॉ. सतीश तराल सांस्कृतिक समिति की संयोजक प्रा. साधना मोहोड उपस्थित थे.
डॉ. तराल ने आखिर कहा कि विमलाबाई देशमुख ने लोकसभा व राज्यसभा में अपने वकृत्व की अमिट छाप छोडी. गरीब बस्तियों में जाकर औषधियों का वितरण करना, विदेश में जाकर विविध तकनीकी की जानकारी हासिल करना ऐसे अनेको कार्य उन्होंने किए है. कार्यक्रम की अध्यक्षा प्राचार्य स्मिता देशमुख ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि विमलाबाई देशमुख ने सामाजिक व राजनीतिक जीवन में अपनी स्वतंत्र छाप छोडी. डॉ. पंजाबराव देशमुख के साथ कार्य करते समय उन्हें विविध जबाबदारियां संभाली ऐसा उन्होंने कहा. कार्यक्रम का संचालन ममता म्हस्की ने किया. इस समय महाविद्यालय के प्राध्यापक, शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी व विद्यार्थी बडी संख्या में उपस्थित थे.