3 तारीख को शक्ति प्रदर्शन के साथ भरेगें पर्चा
अमरावती/दि.27– अमरावती लोकसभा चुनाव को लेकर जहां अन्य पार्टियों व्दारा अपने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी गई है. वही भाजपा अभी तक उम्मीदवार को लेकर खामोशी इख्तेयार कर बैठी है. एक ओर महाविकास आघाडी उम्मीदवार बलवंत वानखडे की उम्मीदवारी को लेकर उनके ‘अपने तो अपने नाराज है हि’ वही मविअ के घटक दलों के स्थानीय पदाधिकारी भी नाराज दिखाई दे रहे है. तो कुछ दल ‘हमें न पुछने’ की नाराजगी लिए अपनी उम्मीदवारी पेश कर रहे है. इसी क्रम में रिपब्लिकन ऑफ इंडिया(गवई) के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. राजेन्द्र गवई ने भी अपनी उम्मीदवारी की घोषणा करते हुए कहा कि हम पुरे जोश से 3 अप्रेल को उम्मीदवारी का पर्चा भरने जा रहे है. यह घोषणा सोशल मिडिया में जारी एक विडियों व्दारा गवई ने की है. उन्होनें कहा कि हमारी उम्मीदवारी से मविअ को जोरदार झटका बैठने वाला है.
अमरावती लोकसभा चुनाव को लेकर रिपाई (गवई) के डॉ. राजेन्द्र गवई ने कहा कि हमने कोरोना काल के बाद पिछले दो वर्षो में मविअ के साथ मिल कर राज्य के कर्जत हो या सोलापुर, खोलापुर, देगलुर, पिंपरी चिंचवाड के सभी उपचुनाव में उनका साथ दिया. जब उनको हमारी जरुरत थी, तब उन्होनें रिपाई का खुब इस्तेमा किया. हमने शरद पवार, आदित्य ठाकरे, नाना पडोले, जयंत पाटील, अशोक चव्हाण के साथ मंच साझा कर सभाएं ली. मगर अब उन्होनें हमें दुर रखा. इसलिए अब हम अपनी उम्मीदवारी पेश कर रहे है. 3 अप्रेल को मैं स्वयं रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के उम्मीदवार के रुप में अपना नामांकन दाखिल करुगां. हम पहले से ही मैदान में मौजुद है. हम अगर एक बार रिंग में उतर गए तो महाविकास आघाडी का उम्मीदवार गीरकर ही रहेगा और मविअ को जोरदार झटका बैठेगा. उन्होनें मविअ उम्मीदवार बलवंत वानखडे को उम्मीदवारी दिए जाने पर नाराजगी भी जताई.
वंचित, प्रहार, एमआईएम से चर्चा जारी
डॉ. राजेन्द्र गवई ने कहा कि अमरावती लोकसभा के लिए हमारी चर्चा वंचित बहुजन आघाडी, प्रहार जनशक्ति संगठन और एमआईएम सहित अन्य दलों से जारी है. अगर रिपाई के साथ जुड गए तो निश्चित तौर पर ही इन चारों दलों के भरोसे हमारा उम्मीदवार आसानी से चुन कर आ सकता है.
पार्टी मेरी, उम्मीदवार तुम्हारा
इस समय डॉ. गवई ने कहा कि हम वंचित बहुजन आघाडी के बालासाहेब आंबेडकर से भी चर्चा कर रहे है. अगर उन्हें रिपाई के उम्मीदवार के रुप में मैं पसंद नहीं हुं तो वे अपना उम्मीदवार दें. मगर पार्टी हमारी रहेगी और उम्मीदवार तुम्हारा रहेगा. उम्मीदवार को रिपाई के बी फार्म से चुनाव लडाया जाएगा. ऐसा उन्होनें स्पष्ट किया.
हां मैने खडसे मुलाकात की
20 मार्च को दिल्ली में रहते हुए मैने कॉग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खडसे से और जिले के कुछ नेताओं से मुलाकात की. उन्होनें रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के चिन्ह पर अमरावती चुनाव लडने को नकारने के बाद यह नियम बहुजन समाज पार्टी को भी लागु होता है. इस लिए बहुजन समाज के दलों के सामने हमने युती का प्रस्ताव रखा है. यही प्रस्ताव वंचित बहुजन आघाडी, एमआईएम व प्रहार के सामने भी रखने की बात राजेन्द्र गवई ने की.
हमारी पार्टी ओरिजनल बाबासाहेब की
हमारी पार्टी डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की ओरिजनल पार्टी है. इसे बचाने के लिए हम सभी को मिल कर काम करना पडेगा. यही बात हम बालासाहेब से भी कह रहे है. कि उनके दादा की पार्टी को बचाने के लिए हमारा साथ दे. हमारी ताकत बने. ऐसा आवाहन डॉ. गवई ने वंचित आघाडी के बालासाहेब आंबेडकर से किया.
सक्षम कार्यकर्ता समाने आए
उन्होनें कहा कि अगर रिपाई गुट में कोई कार्यकर्ता या पदाधिकारी चुनाव लडने का इच्छुक है तो वह भी सामने आ सकता है. मैें अपनी दावेदारी पीछे लेने को तैयार हुं. मगर कोई रिपाई का कोई कार्यकर्ता या पदाधिकारी यह जोखीम उठाने को तैयार नहीं है, तो मैं स्वयं अपनी उम्मीदवारी का पर्चा 3 अप्रेल को भरने जा रहा हुं.