मनपा क्षेत्र में सर्वाधिक व नई संपत्ति रामपुरी कैम्प जोन में
91 फीसद लोगों ने पुरानी संपत्ति पर किया है अतिरिक्त निर्माण
* नोटीस मिलने के बाद आपत्ति आते ही तत्काल हो रही सुनवाई
* कुल संपत्ति 3 लाख 1 हजार 142
अमरावती दि.23– अमरावती मनपा क्षेत्र में नए सर्वेक्षण के मुताबिक कुल संपत्ति 3 लाख 1 हजार 142 पायी गई है. इनमें नई संपत्ति 55,829 और जिस संपत्ति पर अतिरिक्त सुधार किया गया है, ऐसी 94,380 संपत्ति है. 18 वर्ष बाद हुए सर्वेक्षण के बाद जोननिहाय सभी को नोटीस और टैक्स देने की प्रक्रिया शुरु है. मनपा सूत्रों ने बताया कि 91 फीसद लोगों ने पुरानी संपत्ति पर अतिरिक्त निर्माण किया है. नए दर में टैक्स लगाने के बाद दी जा रही नोटीस पर आपत्ति आते ही संबंधित जोन कार्यालय में तत्काल सुनवाई कर उसे निपटाया जा रहा है.
तत्कालीन आयुक्त व प्रशासक डॉ. प्रवीण आष्टीकर के कार्यकाल में मनपा क्षेत्र में करीबन 18 वर्ष बाद शहर की संपत्तियों का सर्वेक्षण किया गया. 18 वर्ष पूर्व मनपा क्षेत्र में कुल 1 लाख 69 हजार संपत्ति थी और 90 रुपए स्क्वेअर फूट के हिसाब से लोगों से घर टैक्स वसूल किया जाता था. लेकिन 18 वर्ष से मनपा क्षेत्र में कोई सर्वेक्षण नहीं हुआ. इस दौरान नए निर्माणकार्य और पुरानी इमारतों में सुधार कर अतिरिक्त निर्माण भी लोगों ने किया, साथ ही अनेक ओपन प्लॉट (भूखंड) भी लोगों ने खरीदकर वैसे ही रखे हुए है. अमरावती के ही सापत्य कंसल्टंसी नामक कंपनी के जरिए मनपा क्षेत्र की संपत्ति का सर्वेक्षण किया गया. इस सर्वेक्षण में मनपा क्षेत्र में निर्मित संपत्ति की संख्या 2 लाख 23 हजार 459 पायी गई है. इसके अलावा खाली (ओपन) प्लॉट 77 हजार 683 है. इस तरह कुल संपत्ति 3 लाख 1 हजार 142 पायी गई है. इस संपत्ति में पहली बार जिन इमारतों पर टैक्स लगाया जा रहा है, उसकी संख्या 55,829 है और नई व सुधारित संपत्ति की संख्या 94,380 है. जोननिहाय यदि इन आंकड़ों पर गौर किया जाए तो सर्वाधिक संपत्ति और नई व सुधारित संपत्ति रामपुरी कैम्प जोन में है. रामपुरी कैम्प में कुल संपत्ति 84,608 और नई व सुधारित संपत्ति 25,007 है. इस जोन में जिस संपत्ति पर पहली बार टैक्स लगाया गया है, उसकी संख्या 16,109 है और खाली प्लॉट की संख्या 28,974 है.
मनपा के कर विभाग कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि सर्वेक्षण में 91 फीसद नागरिकों ने अपने मकान में सुधार कर अतिरिक्त निर्माण किया है. अनेक स्थानों पर सर्वेक्षण में पाया गया है कि जिस मकान में पहले दो अथवा तीन कमरे थे, वहां बढ़कर पांच से छह हो गए हैं. लेकिन अनेक ने निर्माण कार्य करने अथवा सुधार करने के बाद अपने पुराने मकान पर टैक्स नहीं चढ़ाया है. ऐसे मकानों और नये निर्माण पर 6 वर्ष का अतिरिक्त टैक्स लगाने का प्रावधान है. उसके मुताबिक संबंधितों को नोटीस दी जा रही है और आपत्ति आने पर जोननिहाय सुनवाई कर उसी दिन उसे निपटाया जा रहा है.
35 हजार नई संपत्ति संचालकों को नोटीस
सूत्रों ने बताया कि मनपा क्षेत्र में जो 55,829 नई संपत्ति पायी गई है, उनमें से 35 हजार संपत्ति धारकों को नोटीस दी गई है. जोननिहाय नोटीस देने का कार्य जारी है. इस माह के अंत तक यह कार्य पूर्ण हो जाएगा. जिन लोगों को नोटीस दी गई है, उनमें से 1400 लोगों ने आपत्ति दर्ज कराई है. उनकी संबंधित जोन कार्यालय में सहायक क्षेत्रीय अधिकारी के जरिए तत्काल सुनवाई होकर निपटारा भी किया जा रहा है.
संबंधितों को दिखाया जा रहा घर का नक्शा
सापत्य कंसल्टंसी द्वारा किए गए सर्वेक्षण के बाद सभी संपत्तिधारकों को नया टैक्स लगाकर दिया जा रहा है. साथ ही नए संपत्ति धारकों को भी नोटीस दी जा रही है. इनमें जिन लोगों ने आपत्ति दर्ज की है, उन्हें सुनवाई के दौरान सामने स्क्रीन पर उनके मकान का चित्र दिखाकर समाधान किया जा रहा है. किसी को भी मनमाने तरीके से ैटैक्स नहीं दिया गया है. संभाग के अन्य मनपा व नगर परिषद की तुलना में अमरावती में काफी कम है. अमरावती में घर टैक्स 18 वर्ष बाद बढ़ाया गया है. पहले 90 रुपए स्क्वे. फूट के मुताबिक टैक्स आता था, वह अब 225 रुपए स्क्वे. फूट के मुताबिक आएगा. इस कारण सभी नागरिकों को टैक्स काफी दिखाई दे रहा है. लेकिन संभाग के अन्य मनपा व नगर परिषद की तुलना में कम ही है. ऐसा भी कर विभाग कार्यालय की तरफ से कहा गया है.
गलती का तत्काल सुधार
सूत्रों ने बताया कि जिन लोगों को नोटीस मिल चुकी है, उन लोगों की संपत्ति पर यदि किसी अन्य का नाम गलती से आ गया है तो उसे देखते ही तत्काल सुधार किया जा रहा है. ऐसी संख्या काफी कम है, लेकिन संबंधित संपत्ति धारक द्वारा यह बात ध्यान में लायी जा रही है, तब उसे उसी वक्त सुधार लिया जा रहा है.
डेप्रीसेशन में होगा 20 से 30 फीसद टैक्स कम?
सूत्रों ने यह भी बताया कि सभी को टैक्स काफी लग रहा है. लेकिन 18 वर्ष बाद बढ़ाया गया टैक्स अन्य मनपा की तुलना में अधिक नहीं है. फिर भी डेप्रीसेशन में 20 से 30 फीसद टैक्स कम होने की संभावना है. जिससे लोगों को 180 रुपए प्रति स्क्वेअर फूट के हिसाब से टैक्स लगेगा.
गलती किसकी?
मनपा प्रशासन भले ही लोगों से ऐसा कहे कि पिछले 18 वर्ष से किसी भी संपत्ति पर टैक्स बढ़ाया नहीं गया था, लेकिन हर पांच वर्ष में जो सर्वेक्षण किया जाता है, वह 18 वर्ष तक नहीं होना और एक साथ टैक्स बढ़ाकर नागरिकों को थोपना, यह गलती मनपा प्रशासन की निश्चित है. यदि मनपा समय-समय पर सर्वेक्षण करती रहती तो एक साथ टैक्स का इतना अतिरिक्त बोझ आम नागरिकों पर नहीं आता. इस कारण नये टैक्स के मुताबिक लोगों को नोटीस मिलने के बाद उनका गुस्सा फूटना गलत नहीं है.
जोननिहाय संपत्ति के आंकड़े
जोन क्र. कुल निर्मित संपत्ति की संख्या
1. रामपुरी कैम्प 55634
2. राजापेठ 38263
3.दस्तुरनगर 43492
4. बडनेरा 35997
5.भाजीबाजार 50073
ओपन प्लॉट की संख्या कुल संपत्ति
28974 84608
773 39036
6919 50411
21162 57159
19855 69958
पहली बार टैक्स लगाई जा रही संपत्ति नई व सुधारित संपत्ति
16109 25007
4355 10797
7085 20692
9407 16984
18873 20900
कुल
223459
77683
301142
55829
94380