
* औसत तापमान में गिरावट
अमरावती/ दि. 13– विदर्भ में इस बार का मई अपेक्षाकृत शीतल रहा. कहीं भी एक भी दिन पारा 45 डिग्री सेल्सियस को पार नहीं कर सका. कई बार बूंदाबांदी की खबरे अनेक जगहों से आती रही. मौसम विभाग की पंजीकृत आंकडेवारी देखे तो औसत तापमान में गिरावट रही. दो वर्ष बाद ऐसा हुआ कि पारा अधिक नहीं चढ पाया. 2021 में भी कमोबेश यही हाल था. उस समय लॉकडाउन के कडे नियमों के कारण अधिकांश लोगबाग घरों में ही दुबके थे. जबकि हाल ही में गौर करे तो 2022 में दो बार और 2020 में आठ बार मई माह में पारा 45 डिग्री से अधिक रहा था. यह भी गौरतलब है कि इस बार अप्रैल में भी बेमौसम बारिश का डेरा रहा. जिससे अधिकांश लोगों ने घरों मेें कूलर भी शुरू नहीं किए थे. जबकि बडे- बडे मौसम विज्ञानी और संस्थाएं इस बार अति भीषण गर्मी की भविष्यवाणी कर रही थी.
गर्मी के सीजन में विदर्भ देश में सबसे हाट स्पॉट के रूप में जाना जाता रहा है. भूतकाल में कई बार अकोला और चंद्रपुर जैसे विदर्भ के शहरों का पारा 46-47 डिग्री को पार कर गया है. इससे इस बार मई में अपेक्षाकृत लू के थपेडे कम देखे गए. ऐसे ही तापमान भी 44 डिग्री से ज्यादा नहीं रहा. मौसम विभाग का कहना है कि इस बार पूर्व और पश्चिम अर्थात बंगाल की खाडी और अरब सागर से आनेवाली शीतल हवाओं में बढोतरी हो गई थी. आद्रता के कारण विदर्भ में सतत तेज हवाओं के साथ बारिश बार- बार अनेक स्थानों पर होती रही. जिससे अधिकांश जगह पर अपेक्षित तापमान उछाल नहीं ले सका. विदर्भ के लोगों और यहां आए मेहमानों को हाल के वर्षो में सबसे ठंडे मई का अहसास हुआ.
चार्ट
वर्ष मई में गर्म दिन ( 45 डिग्री से अधिक)
2010 16
2011 0
2012 11
2013 18
2014 03
2015 11
2016 12
2017 10
2018 10
2019 13
2020 08
2021 0
2022 02
2023 0