रामजन्म भूमि आंदोलन के प्रणेता अशोक सिंघल का दूसरा सपना साकार हो
योग वेदांत सेवा समिति का प्रतिपादन
अमरावती प्रतिनिधि/दि.१४ – राम जन्म भूमि के प्रणेता स्व. अशोक सिंघल का दूसरा सपना भी साकार किया जाए. उनका पहला सपना राम मंदिर निर्माण था और दूसरा संत आशाराम बापू की रिहाई ऐसा प्रतिपादन श्री योग वेंदात समिति ने प्रेस विज्ञप्ती द्वारा व्यक्त किया. योग वेदांत समिति द्वारा कहा गया है कि श्री राम जन्मभूमि निर्माण में विश्व हिंदू परिषद के पूर्व अंर्तराष्ट्रीय अध्यक्ष स्व. अशोक सिंघल तथा भाजपा सांसद डॉ.सुब्रमण्यम स्वामी का बडा योगदान रहा है. इन्हीं दोनो नेताओं ने जबदस्त पैरवी की थी. आशाराम बापू की रिहाई की मांग दोनो ने हर मंच से खुलकर की थी. और आशाराम बापू को निर्दोष बताया था.
योग वेंदात समिति ने प्रेस विज्ञप्ती द्वारा यह भी कहा कि केवल अशोक सिंघल व डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी ही बापू को निर्दोष मानते है ऐसा नहीं है. श्री राम मंदिर शिलान्यास समारोह में पधारे अनेक साधु ,संतो ने भी बापू के समर्थन में अपने विचार रखे. श्री राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष नृत्यगोपालदास ने भी साफ तौर पर कहा था कि संत आशाराम बापू पर दोष लगाने के लिए षडंत्रकारियों ने चारित्रिक दोष की कल्पना की है. किंतु बापू संत है. भारतीय जन क्रांति दल अयोध्या के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राकेशशरण महाराज ने अशोक सिंघल को याद करते हुए कहा था कि उनके दो ही लक्ष्य थे, एक श्री राम मंदिर का निर्माण और दूसरा संत आशाराम बापू की रिहाई ऐसा प्रतिपादन योग वेंदात समिति द्वारा व्यक्त किया गया है.