पेपर लीक के आरोपी निशिद के पास करोडों की ‘माया’
अमरावती सहित नागपुर में कई स्थानों पर खरीद रखी है जमीन
अमरावती/दि.31– हाल ही में यह जानकारी सामने आयी थी कि, विगत दिनों स्वास्थ्य विभाग की पद भरती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक करने के मामले में मूलत: अमरावती से वास्ता रखनेवाले निशित गायकवाड की भी महत्वपूर्ण भूमिका है और निशित ने अमरावती में ही रहनेवाले अपने एक अन्य सहयोगी के साथ मिलकर इस पेपर लीक मामले में प्रमुख एजंट की भूमिका निभाई थी. वहीं अब पता चला है कि, निशिद गायकवाड विगत लंबे समय से सरकारी पद भरती की परीक्षाओं के पेपर लीक करने और परीक्षाओें से पहले परीक्षार्थियों को प्रश्नपत्र उपलब्ध कराते हुए भारी-भरकम पैसा कमाने के व्यवसाय से जुडा हुआ है और अपने इस धंधे में निशिद गायकवाड ने करोडों रूपयों की संपत्ति कमाई है. जिसके जरिये उसने नागपुर व अमरावती में कई संपत्तियां भी खरीदी है.
इसके साथ ही यह भी पता चला है कि, निशिद गायकवाड के पास तीन आलिशान वाहन है और वह बिना कोई कामकाज किये किसी धनाढ्य व्यक्ति की तरह अपना दैनिक जीवन व्यतीत करता है. इस बारे में नजदिकी परिचितों तथा यार-दोस्तों द्वारा सवाल पूछे जाने पर निशित अक्सर ही यह कहा करता था कि, वह केवल साल में एक महिना काम करता है और फिर 11 महिने आराम करता है. लेकिन इससे पहले किसी को यह पता ही नहीं था कि, निशित हकीकत में क्या करता है और अब चूंकि उससे उसके कामकाज और धंधे की जानकारी उजागर हो गई है, तो सभी को आश्चर्य का धक्का लगा है.
पता चला है कि, मूलत: अमरावती निवासी निशित गायकवाड की मां यहां पर एक महाविद्यालय में प्राध्यापिका थी. किंतु निशिद अपने महाविद्यालयीन जीवन के दौरान से ही गलत तरीकों से पैसा कमाने अपने परिचय में आनेवाले युवाओं को नौकरी का झांसा देकर उनसे पैसे ऐठने जैसे काम किया करता था. वही विगत डेढ वर्ष से वह अमरावती छोडकर नागपुर रहने चला गया. जहां पर उसने खुद को एक निजी कंपनी का बडा अधिकारी बताते हुए एक आलिशान घर भी किराये पर लिया था. किंतु अब पूरा मामला सामने आने के बाद जब उस कंपनी से संपर्क किया गया, तो पता चला कि, उस कंपनी से निशिद गायकवाड का कोई संबंध ही नहीं है, बल्कि उस कंपनी का संचालक और निशिद गायकवाड एक ही शहर से रहने की वजह से निशिद गायकवाड उस कंपनी के संचालक से केवल परिचित था और उसने इस बात का फायदा उठाते हुए खुद को उस कंपनी का बडा अधिकारी बताना शुरू किया. साथ ही इसकी आड लेकर वह स्पर्धा परीक्षा की तैयारी करनेवाले महाविद्यालयीन युवाओं को खोजा करता था और उन्हेें नौकरी पर लगा देने का झांसा देकर उनसे अच्छी-खासी रकम ऐठा करता था. सरकार द्वारा सीधी सेवा पद भरती हेतु नियुक्त निजी कंपनी के संचालकों के साथ निशिद गायकवाड के बेहतरीन संबंध थे. जिनके जरिये वह सरकारी पद भरती की परीक्षा के प्रश्नपत्र हासिल करते हुए परीक्षार्थियों को परीक्षा से पहले ही उपलब्ध कराया करता था. जिसकी ऐवज में वह परिक्षार्थियों से अच्छी-खासी रकम भी वसूल किया करता था और इस जरिये निशिद गायकवाड ने अब तक करोडों रूपयों की संपत्ति कमाई है.
* कई कंपनियों से निशिद के संबंध
अब धीरे-धीरे यह जानकारी भी सामने आ रही है कि, न्यासा कंपनी के अलावा भी अन्य कई कंपनियों के साथ निशिद गायकवाड के काफी घनिष्ठ संबंध रहे. साथ ही उसने केवल महाराष्ट्र में ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों की परीक्षा में भी इस तरह की गडबडियां की है. जिसके जरिये जमकर पैसा कमाया है.