अमरावती

मयुर झांबानी ने स्थानीय समस्याओं के लिए बनाया सोशल मीडिया मंच

अमरावती/दि. 24 – समाज के लिए कम करके ज्यादा का दिखावा करने वालों की संख्या तो बहुत है, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी है जो खामोशी से समाज की सेवा करते रहते है. निस्वार्थ सेवा करते समय उन्हें न तो प्रसिध्दि का लालच रहता है और न ही किसी चीज की चाहत रहती है. पूर्व सांसद प्रभू झांबानी के युवा पुत्र मयुर झांबानी उन्हीं लोगों में से एक है जो खामोशी से समाज सेवा करने में विश्वास रखते है. नई सोच 2022 के माध्यम से सोशल मीडिया पर स्थानीय समस्याओं के लिए उन्होंने मंच उपलब्ध करवाया है.
सोशल मीडिया आज के दौर में दुधारी तलवार है. अगर इसका सकारात्मक उपयोग किया जाए तो अनेक लोगों को लाभ होता है. समाज सेवा विरासत में ही मयुर झांबानी को मिली है. सामाजिक गतिविधियों में उनका रुझान पहले से ही रहा है. हर किसी की मदत करने में वे सदैव तत्पर रहते है. किसी की मदत करने के बाद उसे प्रचारित करने में आज तक उन्होंने दिलचस्पी नहीं दिखाई.
मयुर झांबानी ने आज के डिजिटल युग को मद्देनजर नई सोच 2022 नामक वाट्सएप ग्रुप का निर्माण किया है. अपने क्षेत्र में रहने वाले हर नागरिक को इस ग्रुप का सदस्य बनाया है. इस ग्रुप का उद्देश्य सिर्फ इतना है कि लोगों को अपनी स्थानीय समस्याओं को ग्रुप में भेजना है. बतौर एडमिन मयुर झांबानी वह समस्या दूर करने के लिए मनपा प्रशासन और सामान्य शिकायतकर्ता के बीच सेतू का कार्य कर रहे है. आज के अधिकांश वाट्यसएप ग्रुप गुड माँर्निंग, गुड इव्हिनिंग और विभिन्न प्रकार की बेसीरपैर की जानकारियों का अड्डा बन चुका है. अधिकांश पोस्ट का आकलन तक नहीं होता, मगर मयुर झांबानी व्दारा निर्मित नई सोच 2022 वाट्सएप गु्रप में सिर्फ और सिर्फ समस्याएं प्रेषित की जाती है. मसलन सडक पर गिट्टी फैलने से लोगों को हो रही परेशानी, नालियां ओवरफ्लो होना, साफ-सफाई के अभाव में फैली गंदगी, आवारा कुत्तों की समस्या का समावेश है. इन समस्याओं को तत्काल प्रभाव से मयुर झांबानी महापालिका के संबंधित विभाग को वर्ग करते हुए समस्या हल करने के लिए संबंधित अधिकारी से संपर्क करते है. विशेष यह की वाट्सएप ग्रुप का सदस्य न केवल अपनी निजी समस्या बल्कि प्रभाग में दिखायी देने वाली सामाजिक समस्या को भी इस मंच पर प्रस्तुत कर सकता है. मयुर झांबानी की नई सोच 2022 वाट्सएप ग्रुप ने अल्पावधि में क्षेत्रवासियों का दिल जीता है. यह अपने आप में अनूठा और नायाब प्रयोग माना जा रहा है.

Related Articles

Back to top button