अगले वर्ष ही हो पाएगी एमबीबीएस की एडमिशन
जीएमसी के अधिष्ठाता डॉ. अनिल बत्रा का कहना
* इर्विन, डफरीन का शीघ्र हस्तांतरण
अमरावती/दि.24- शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय के इसी वर्ष से एडमिशन आरंभ होने की संभावना कम है. सभी संसाधन, स्टाफ जुटाना है. शासन-प्रशासन तेजी से इस दिशा में कार्य कर रहा है. वैद्यकीय परिषद की मान्यता की प्रक्रिया होती है. इसलिए अगले वर्ष से 100 एमबीबीएस सीटों की एडमिशन संभव होने की जानकारी अधिष्ठाता डॉ. अनिल बत्रा ने दी. वे बुधवार को मुंबई रवाना हो गए. दो दिनों तक अमरावती के जिला सामान्य तथा स्त्री अस्पताल का उन्होंने अवलोकन किया. शासन को अपनी रिपोर्ट देने एवं वहां आयोजित विशेष बैठक में सहभागी होने डॉ. बत्रा मुंबई जाने की जानकारी है.
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने अमरावती सहित प्रदेश के 9 जिलों में शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय की घोषणा कर उसे मूर्त रुप देने पिछले माह अधिष्ठाता की नियुक्ति का अध्यादेश जारी किया था. अमरावती में जीएमसी के लिए तत्काल निर्णय करते हुए इर्विन और डफरीन अस्पतालों को उससे जोड़ा गया. मेडिकल कॉलेज के लिए आवश्यक बिस्तर संख्या तथा सुविधाओं के लिए डीन डॉ. बत्रा अमरावती पहुंचे. मंगलवार और बुधवार को उन्होंने सीएस डॉ. दिलीप सौंदले और अधीनस्थों के साथ अस्पताल की सेवा-सुविधा का निरीक्षण किया.
* होगा अनुबंध
इर्विन और डफरीन अस्पताल मेडिकल कॉलेज से जोड़ने के लिए स्वास्थ्य विभाग और वैद्यकीय शिक्षा विभाग के बीच अनुबंध होगा. पहले ही शासन ने सात वर्ष का भाड़ा करार कर दिया है. हालांकि होस्टल की व्यवस्था का मुद्दा अभी हल होना है. इसके लिए उप मुख्यमंत्री, पालकमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के नेतृत्व वाली उच्चस्तरीय समिति बनाई गई है. समिति की 24-25 अगस्त को मुंबई में हो रही बैठक के लिए सीएस डॉ, सौंदले भी रवाना हुए हैं.