संतरा फल फसल पर काली मख्खी के नियंत्रण संबंध में उपाय योजना
अमरावती/दि.31 – जिले में संतरा फल फसल पर काली मख्खी का प्रभाव दिखाई दे रहा है. इस अनुसार संतरा फल फसल पर काली मख्खी के नियंत्रण के लिए कृषि विभाग द्बारा निम्न उपाय योजना करने के लिए किसान बंधुओं को सूचना दी गई है.
हाल ही में अमरावती जिले में संतरा बगीचे में पेडों पर हस्त बहार की जो नई नई पत्तिया आ रही है. वह फूटी हुई है. इस नई नई व मध्यम उंगे हुए पत्ते पर रस का शोषण करनेवाली काली मख्खी का प्रभाव होने का दिखाई देता है. काली मख्खियों के प्रौढ व पिल्ले नये पत्ते का रस पीकर उसका शोषण करते है व शरीर से शहद जैसे चिकने पदार्थ उत्सर्जित करती है. जिससे पत्ते पर काली परत तेजी से बढती है.
इस परत के कारण पूरा बगीचे में कालिमा छा जाती है. इसे काली परत कहते है. इस काली परत के कारण प्रकाश संश्लेषण की क्रिया कम होती है. इस कीट के कारण रस से शोेषित पेड कमजोर होते है जिससे अगली बार फसल कम होती है. फिलहाल स्थिति में काली मख्खी के प्रौढ व पत्ते के नीचे के साईड में दिखाई देते है.
इस कीट का प्रभाव रोकने के लिए तथा नियंत्रण के लिए ई मिडाक्लोप्रीड 17.8एसएल मिली अथवा थायोमेथॉक्झाम 25 डब्लूजी 0.3 ग्राम प्रति लीटर पानी में मिलाकर फवारणी करे. प्रौढ उत्पत्ति व 50 प्रतिशत अंडी बनने की स्थिति इस फवारनी के लिए योग्य समय रहता है. कारण इस अवधि में कीट शुरूआत में पेड पर उपलब्ध रहती है. काली परत इस रोग के नियंत्रण के लिए कोपर ऑक्सी क्लोराईड 0.3 प्रतिशत 3 ग्राम प्रति लीटर पानी मे मिलाकर फवारणी करे. उपरोक्त अनुसार रासायनिक औषधी की फवारनी कर काली मख्खी का प्रभाव रोका जा सकता है . यह उपाय किसान अपने संतरे के बगीचे में करे, ऐसा आवाहन जिला अधीक्षक कृषि अधीक्षक कृषि अधिकारी विजय चवाले ने पत्रक द्बारा किया है.