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शहर में दीर्घकालीन शांतता के लिए किये जाये उपाय

पूर्व कृषि मंत्री डॉ. बोंडे की मांग

* सीपी आरती सिंह को सौंपा ज्ञापन

अमरावती/दि.29-राज्य के पूर्व कृषि मंत्री व भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. अनिल बोंडे ने शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह को ज्ञापन सौंपते हुए मांग उठायी कि, विगत दिनों अमरावती शहर में हुई हिंसक वारदातों के मद्देनजर शहर में दीर्घकालीन शांति स्थापित करने हेतु आवश्यक उपाय योजनाओं पर काम किया जाये. साथ ही असामाजिक तत्वों व शहर में अवैध धंधे चलानेवालों के खिलाफ कडे प्रतिबंधात्मक कदम उठाये जाये.
इस ज्ञापन में डॉ. अनिल बोंडे ने कहा कि, त्रिपूरा की एक तथाकथित घटना को लेकर झूठी अफवाहों के आधार पर 12 नवंबर को अमरावती शहर में एक विशाल मोर्चा निकालकर तोडफोड व लूटपाट की घटनाओं को अंजाम दिया गया. पश्चात 13 नवंबर को इसका निषेध करने हेतु किये गये आंदोलन में भी कई अप्रिय घटनाएं घटित हुई. जिसके चलते अब पुलिस द्वारा कई लोगों की धरपकड की जा रही है. जिसमें कई निर्दोष युवाओं को भी गिरफ्तार किया जा रहा है. इसे तत्काल रोका जाये. साथ ही शहर में दीर्घकालीन शांति स्थापित करने हेतु उस हिंसा व दंगे के मूल कारणों को खोजा जाये. जिसके तहत त्रिपुरा की तथाकथित घटना के बाद अमरावती में मोर्चे व तोडफोड की साजीश रचनेवाले लोगों को खोजकर निकाला जाये तथा रजा अकादमी जैसी संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाया जाये. इसके अलावा शहर में रेती तस्करी, वरली मटका व गांजा बिक्री जैसे अवैध व्यवसाय करते हुए सामाजिक व राजनीतिक जीवन में उजले माथे से घुमनेवाले लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाये. क्योंकि ऐसे ही व्यवसायों से कमाये गये पैसों के दम पर शहर में गुंडागर्दी व अशांति पैदा की जाती है. इसके अलावा शहर में विभिन्न चौक-चौराहों पर फेरीवालों द्वारा किये जानेवाले अतिक्रमण पर नियंत्रण लगाया जाये. क्योंकि कई बार इन अतिक्रमणों की वजह से रास्तों पर वाहनों की आवाजाही में दिक्कत पैदा होती है. जिससे झगडे होने की संभावना रहती है. इसके अलावा 12 व 13 नवंबर के दंगे में कई ऐसे लोग भी शामिल थे, जो मूलत: अमरावती शहर के नागरिक भी नहीं है. शहर में चलनेवाले कई व्यवसाईयोें में बांगलादेशी नागरिक काम करते है. जिन्हें कुछ स्थानीय लोगों द्वारा आसरा दिया जाता है. ऐसे लोगों को भी खोजा जाना चाहिए. साथ ही 12 व 13 तारीख को कई इलाकोें में कई लोग तलवार, भाले, सत्तूर व चायना चाकू लेकर सडकों पर पुलिस के सामने आये थे और उस दिन देसी पिस्तौल का भी प्रयोग हुआ था. ऐसे में अमरावती शहर में अवैध रूप से जमा करके रखे गये प्राणघातक हथियारों को भी खोजा जाना बेहद जरूरी है. इन सबके साथ ही शहर में खुफिया महकमे और साईबर सेल को अधिक क्षमता के साथ कार्यान्वित करते हुए पुलिस गश्त को बढाया जाना भी जरूरी है, ताकि असामाजिक व अपराधिक तत्वोें पर अंकुश रखा जा सके. इन सबके अलावा महिलाओं व युवतियों की सुरक्षा को लेकर भी आवश्यक ध्यान दिया जाना बेहद जरूरी है.
यह ज्ञापन सौंपते समय भाजपा के शहराध्यक्ष किरण पातुरकर व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रा. रविंद्र खांडेकर भी उपस्थित थे.

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