अमरावती

समृध्दि पर दुर्घटनाओं का स्तर कम करने हेतु उपाय योजना

आरटीओ विभाग द्बारा चलाया जा रहा विशेष अभियान

अमरावती/ दि. 27– हिंदू हृदय सम्राट बालासाहब ठाकरे नागपुर से शिर्डी समृध्दि महामार्ग पर दिसंबर 2022 से नियमित यातायात शुरू किया गया है. परंतु वाहन चालकों की गलती और वाहनों की स्थिति के कारण उस महामार्ग पर सडक दुर्घटनाओं की संख्या बढ रही है. खासतौर पर वाहन चालकों द्बारा निधरित मर्यादा से अधिक तेज गति से वाहन चलाने, लेन के नियमों का पालन न करने, खराब टायरों का उपयोग करने, रास्ते पर अनाधिकृत तरीके से वाहन खडे आदि कारणों से दुर्घटनाएं होने की बात सामने आ रही है. इस बात को देखते हुए समृध्दि महामार्ग पर सडक दुर्घटना की संख्या में कमी लाने के उद्देश्य से विशेष अभियान शुरू किया गया है.
समृध्दि महामार्ग पर सडक दुर्घटनाओं की संख्या कम करने के लिए परिवहन विभाग द्बारा वाहन चालको का समुपदेशन करने, यातायात के नियम की जानकारी दी जा रही है. इसके साथ ही मोटर वाहन नियमों को भंग करनेवाले चालकों के खिलाफ जुर्माना ठोकने की कार्रवाई भी की जारही है. परिवहन विभाग ने नागपुर व शिर्डी के प्रवेश तथा बाहर के पाइंट पर इस महामार्ग पर नागपुर, कारंजा, औरंगाबाद, शिर्डी, इन चार स्थानों पर 24 घंटे अधिकारी नियुक्त किए है. उनके द्बारा तेज गति से वाहन चलानेवाले चालको का समुपदेशन करना, लेन के नियमों का पालन करना, वाहन अनाधिकृत रास्ते पर खडे करने, वाहन के टायर खराब होने पर वाहन चालको को महामार्ग से वापस भेजने, वाहनों की तकनीकी स्थिति उचित न होने पर वाहन वापस भेजने, वाहन के पिछले भाग में रिफ्लेक्टर टेप लगाने आदि कार्रवाई परिवहन विभाग द्बारा की जा रही है.

* तेजी से वाहन चलाया तो सायरन बजेगा
ज्यादा तेजी से वाहन चलाया तो वाहन के एक्झिट पर आते ही सायरन बजने लगता है. सायरन सिस्टम कम्प्यूटर प्रणाली पर आधारित है. इसके बाद उस वाहन को आगे न जाने देते हुए जांच की जाती है. उसके बाद अधिकारी वाहन को एक ओर ले जाकर चालक का समुपदेशन करते है. समृध्दि महामार्ग पर 17 अप्रैल 2023 से यह प्रक्रिया शुरू की गई है. पहले चरण में नागपुर के पास बायफल, अमरावती-वाशिम के पास कारंजा लाड, औरंगाबाद के पास मालीवाडा और शिर्डी के पास कोकमठाण इन चार इंट्री पाइंट और एक्झिट पाइंट के इंटरचेंज के टोल पर यह प्रणाली शुरू की गई है.

* 15 से 30 मिनट समुपदेशन
समृध्दि महामार्ग पर दुर्घटनाओं से बचाने के लिए यंत्रणा शुरू की गई है. प्रति घंटा 120 की गति पार करते ही एक्झिट पाइंट टोल पर संबंधित वाहन के पहुंचने के बाद सायरन बजता है. वाहन को बाजू में लेने के बाद परिवहन विभाग का दल 15 से 30 मिनट वाहन चालको का समुपदेशन करता है. सुरक्षा की दृष्टि से आरटीओ विभाग द्बारा नि:शुल्क रेडियम लगाए जाते है. समुपदेशन के साथ दोषी पाए जाने पर जुर्माने की कार्रवाई भी की जा रही है.
– रामभाउ गिते,
प्रादेशिक परिवहन अधिकारी तथा नोडल अधिकारी
अमरावती

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