फैमिली कोर्ट में मध्यस्थी जनजागृति कार्यक्रम
वरिष्ठ अधिवक्ता आशीष लांडे ने किया मार्गदर्शन
अमरावती/दि.6– भारतीय परंपरा के अनुसार वाद विवाद व सामाजिक वाद निराकरण में मध्यस्थियों की भूमिका महत्वपूर्ण मानी जाती है. इसमें प्रमुख रूप से पारिवारिक विवाद होने की वजह से विशेषत: छोटे बच्चों का नुकसान होता है. बच्चों को नुकसान से बचाने के लिए मध्यस्थी का प्रयोग बडे प्रमाण में किया जा सकता है. इस बात को ध्यान में रखते हुए मुंबई उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार फैमिली कोर्ट अमरावती यहां मध्यस्थी जनजागृति कार्यक्रम का आयोजन 3 अगस्त को किया गया था.
इस कार्यक्रम में वरिष्ठ अधिवक्ता आशीष लांडे ने मध्यस्थता के संदर्भ में मूल संकल्पना, आवश्यकता व उसके फायदे इस विषय पर मार्गदर्शन किया. वही सौ. एमडी कांबले (सचिव जिला विधि सेवा प्राधिकरण अमरावती) ने मध्यस्थी के संदर्भ में समझौता एक अच्छा उपाय को लेकर सविस्तार जानकारी दी. कार्यक्रम की अध्यक्षता फैमीली कोर्ट के न्यायाधीश आर.आर. पोंदकुले ने की. इस समय अनेक पक्षकार, वकील सभी न्यायालयीन अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन फैमिली कोर्ट के व्यवस्थाापक धनंजय क्षीरसागर ने किया तथा आभार प्रियंका मकेश्वर ने माना, ऐसी जानकारी प्रेस विज्ञप्ति द्बारा दी गई.