‘ई-संजीवनी’ के जरिए घर बैठे वैद्यकीय सलाह
ऑनलाइन नि:शुल्क सलाह मिलने की सुविधा उपलब्ध
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अमरावती /दि.8– इस समय सरकार ने जहां एक ओर सराकरी अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधा को नि:शुल्क उपलब्ध कराया है. वहीं अब ऑनलाइन ओपीडी की सुविधा भी शुरु कर दी है. जिसके चलते अब सर्दी-खांसी सहित अन्य छिटपुट बीमारियों के लिए स्वास्थ्य जांच करने हेतु अस्पताल जाने की जरुरत ही नहीं पडती, बल्कि ई-संजीवनी ओपीडी सेवा के जरिए अब घर बैठे ऑनलाइन तरीके से इलाज हेतु वैद्यकीय सलाह प्राप्त की जा सकेगी.
बता दें कि, इस संकल्पना के तहत केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय द्बारा ई-संजीवनी टेलीकन्सल्टिंग सुविधा शुरु की गई है. जिसे बेहद कम समय में काफी अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है. जिसे ध्यान में रखते हुए इस सुविधा का विस्तार करने की तैयारी शुरु की गई. जिसके तहत अब इस सुविधा को राज्य के वैद्यकीय महाविद्यालयों व अस्पतालों के साथ जोड दिया गया है. ऐसे में अब इसके जरिए वैद्यकीय महाविद्यालयों व अस्पतालों में उपचार हेतु आने वाले मरीजों को घर बैठे अपने लिए योग्य रहने वाले डॉक्टरों के लिए इलाज व मार्गदर्शन लेना संभव हो गया है.
* कोविड काल से शुरु हुई थी ई-संजीवनी योजना
ज्ञात रहे कि, मरीजों को उनके घर पर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध हो, इस उद्देश्य से केंद्र सरकार ने वर्ष 2019 में ई-संजीवनी सेवा शुरु की. कोविड काल के दौरान जब सभी निजी अस्पताल व डॉक्टरों के दवाखाने बंद थे. तब ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के लोगों हेतु यह सुविधा जीवनदायी साबित हुई थी. ई-संजीवनी ओपीडी महाराष्ट्र में अप्रैल 2020 से शुरु हुई. उस समय राज्य के कुछ मर्यादित जिलों में यह सुविधा शुरु की गई थी. जिसके बाद इसका धीरे-धीरे विस्तार किया गया. ई-संजीवनी योजना से संबंधित एक केंद्र स्तरीय अधिकारी ने बताया कि, यह योजना गरीब व मध्यम वर्गीय लोगों के लिए किस तरह से प्रभावी है. एक वरिष्ठ अधिकारी द्बारा दी गई जानकारी के मुताबिक यह योजना महाराष्ट्र राज्य के सभी सरकारी मेडिकल कॉलोजों व अस्पतालों में विस्तारित की गई है और इसे राज्य के सभी वैद्यकीय महाविद्यालयों व अस्पतालों के जरिए अमल में लाया जा रहा है. जिसके चलते साथ ही ई-संजीवनी मोबाइल एप के जरिए मरीजों को घर बैठे हृदयरोग विशेषज्ञ, न्यूरोफिजिशियन, ऑर्थोपेडिक विशेषज्ञ तथा फिजिशियन जैसे विशेषज्ञ डॉक्टरों से इलाज की सुविधा मिल रही है.
* ई-संजीवनी एप की यूं पूरी करें प्रक्रिया
गूगल प्ले स्टोर पर जाकर ई-संजीवनी एप इंस्टाल किया जा सकता है या वेबसाइट पर जाकर अपना मोबाइल नंबर डाल सकते हैं. मोबाइल नंबर के सत्यापन और पंजीकरण के बाद विशेषज्ञ सेवाओं के लिए टोकन बनाना होगा. यह पूरी प्रक्रिया वीडियो कॉल से होती है. मरीज और चिकित्सक के बीच वर्चुअल समन्वय स्थापित होता है. उन्होंने बताया कि ई-संजीवनी का समय सोमवार से शनिवार तक सुबह 8 से शाम 4 बजे तक है. बताया कि इस ओपीडी में राज्य के किसी भी डाक्टर से परामर्श लिया जा सकेगा.
* 30 हजार मरीजों ने सालभर दौरान ली सलाह
ई-संजीवनी योजना के जरिए विगत एक वर्ष के दौरान जिले के 30 हजार से अधिक मरीजों ने ऑनलाइन तरीके से अपनी बीमारियों के संदर्भ में ऑनलाइन सलाह ली है. ऐसी जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई है.
* ई-संजीवनी योजना के जरिए छोटी-मोटी बीमारियों हेतु मरीज अपने घर पर रहते हुए भी ऑनलाइन तरीके से वैद्यकीय सलाह ले सकते है. इस हेतु एप पर पंजीयन करते हुए डॉक्टरों से संपर्क कर दवाईयों का ऑनलाइन प्रिस्क्रिप्शन हासिल किया जा सकता है.
– डॉ. सुरेश आसोले,
जिला स्वास्थ्य अधिकारी,
अमरावती जिप.