स्वतंत्र विदर्भ को लेकर सर्किट हाउस में हुई बैठक
विदर्भ राज्य आंदोलन समिती ने किया विचार मंथन
अमरावती दि.29– विगत कई वर्षों से स्वतंत्र व पृथक विदर्भ राज्य की मांग को लेकर संघर्ष कर रही विदर्भ राज्य आंदोलन समिती ने राज्य विधान मंडल के नागपुर में होने जा रहे आगामी शीतसत्र को ध्यान में रखते हुए अपनी मांग को लेकर आंदोलन को और अधिक तेज करना शुरू कर दिया है. जिसके चलते आंदोलन की अगली रूपरेखा को तय करने हेतु आज विदर्भ राज्य आंदोलन समिती के पदाधिकारियों की बैठक स्थानीय सरकारी विश्रामगृह में हुई. जिसमें तय किया गया कि, आगामी 11 नवंबर को भाजपा विधायकों व सांसदों के कार्यालयों के सामने स्वतंत्र विदर्भ की मांग को लेकर आंदोलन किया जायेगा. जिसके बाद 19 दिसंबर को विधान मंडल पर हल्लाबोल आंदोलन किया जायेगा.
इस बैठक में कहा गया कि, भाजपा ने विदर्भ की जनता को सन 2014 में केंद्र सहित राज्य की सत्ता में आने पर स्वतंत्र विदर्भ की निर्मिती का अभिवचन दिया था, लेकिन सन 2014 व 2019 के आम चुनाव में भारी बहुमत के साथ जीत मिलने के बावजूद भी भाजपा ने अपनी इस वचन को पूरा नहीं किया है. यह सीधे-सीधे विदर्भ की जनता के साथ धोखाधडी है और इसका एक मतलब यह भी है कि, विदर्भ के 11 जिलों के सांसद भी इस मांग को केंद्र सरकार के समक्ष ताकत के साथ उठाने में असफल साबित हुए है. जिनमें सत्ता पक्ष व विपक्ष के सांसदों का समावेश है. ऐसे में आगामी 11 नवंबर को विदर्भ राज्य आंदोलन समिती द्वारा सभी सांसदों का उनके घर व कार्यालय के समक्ष निषेध किया जायेगा और इसके बाद 19 दिसंबर को विधान मंडल पर हल्लाबोल आंदोलन किया जायेगा.
इस बैठक में विदर्भ राज्य आंदोलन समिती के अध्यक्ष व पूर्व विधायक एड. वामनराव चटप, महिला अध्यक्षा रंजना मामर्डे, जिलाध्यक्ष राजेंद्र आगरकर, जिला उपाध्यक्ष सतीश प्रेमलवार व सुनील साबले, शहर समन्वयक डॉॅ. विजय कुबडे, शहर अध्यक्ष रियाज खान, युवा आघाडी अध्यक्ष डॉ. बलांशे, सदस्य प्रकाश लढ्ढा, सदस्या सरला सपकाल, राजाभाउ पुसदेकर, विजय पाटील कथे, जिलाध्यक्षा सुषमा मुले, माधव गावंडे, जिला समन्वयक दिलीप भोयर, प्रवीण विधले आदि सहित अनेकों पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे.