राजापेठ थाने में किन्नरों के दोनों गुटों की हुई बैठक
डीसीपी साली सहित 5 थानेदारों ने दी समझाइश
* आपसी विवाद खत्म करने को लेकर सख्त ताकीद
* अन्यथा दोनों गुटों पर कडी कार्रवाई करने की चेतावनी
अमरावती/दि.7 – विगत कुछ दिनों से अमरावती शहर में 2 अलग-अलग स्थानों पर रहने वाले किन्नर समूदाय के 2 गुटो के बीच बधाई मांगने को लेकर जमकर झगडे फसाद चल रहे है. जिसके तहत दोनों गुटों के बीच आए दिन झडप हो रही है और इससे संबंधित शिकायत में दोनो गुटों द्बारा पुलिस थानों में दर्ज कराई जा रही है. जिसे देखते हुए राजापेठ पुलिस स्टेशन के थानेदार मनीष ठाकरे ने दोनो गुटों के किन्नरों को आज चर्चा हेतु राजापेठ पुलिस थाने में बुलवाया. जहां पर शहर पुलिस उपायुक्त विक्रम साली सहित सिटी कोतवाली, बडनेरा, खोलापुरी गेट व फ्रेजरपुरा पुलिस स्टेशन के थानेदार भी बैठक में आमंत्रित किए गए थे और इन सभी पुलिस अधिकारियों ने किन्नर समाज के दोनो गुटों को एकसाथ आमने-सामने बिठाकर शहर में कानून व व्यवस्था की स्थिति को नहीं बिगाडने और आपस में मिलजुलकर रहने को लेकर प्रेमपूर्वक समझाने के साथ ही उन्हें इस बारे में सख्त ताकीद भी दी. साथ ही बेहद कडे लहजे में यह भी बताया कि, अगर अब दोनों गुटों के बीच किसी भी तरह का कोई झगडा फसाद होता है, तो दोनो ही गुटों के खिलाफ पुलिस द्बारा सख्त एक्शन ली जाएगी.
उल्लेखनीय है कि, अमरावती शहर के साबनपुरा स्थित इंद्रभुवन थिएटर तथा बडनेरा रोड स्थित निंभोरा परिसर में किन्नर समुदाय के दो अलग-अलग डेरे है और दोनों ही डेरों पर रहने वाले किन्नरों द्बारा शहर में घूम-घूम कर ‘मांगने-खाने’ का काम किया जाता है. जिसके तहत किसी के भी यहां कोई मंगलकार्य प्रसंग रहने पर किन्नरों की टोली वहां पहुंचकर बधाई के रुप में कुछ रकम प्राप्त करती है. लेकिन इसी मांगने-खाने को लेकर किन्नरों के दोनो गुट हमेशा ही एक-दूसरे के आमने-सामने आ जाते है. साथ ही बधाई व शगुन के तौर पर कितने रुपए लिए जाए, इसे लेकर भी दोनों गुटों के बीच कई बार विवादवाली स्थिति पैदा हुई है और ऐसी ही वजहों के चलते पिछले कुछ दिनों से दोनों गुटों के किन्नर एक-दूसरे के साथ मारपीट तक कर चुके है और दोनों ही गुटों द्बारा एक-दूसरे के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई जा चुकी है. ऐसे में आए दिन पैदा होने वाली झगडे फसाद की स्थिति से निपटने हेतु राजापेठ पुलिस स्टेशन के थानेदार मनीष ठाकरे ने दोनों ही गुटों को एकसाथ बुलाकर समझाते हुए अंतिम चेतावनी देने का निर्णय लिया. जिसके तहत आज शहर पुलिस उपायुक्त विक्रम साली सहित 4 अन्य पुलिस स्टेशनों के थानेदारों की मौजूदगी में दोनों गुटों के किन्नरों की बैठक ली गई. साथ ही इस बैठक में एक स्वयंसेवी संगठन के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया गया.
इस बैठक में डीसीपी विक्रम साली ने किन्नर समुदाय के दोनो गुटों को दुबारा आपस में भीडकर झगडा-फसाद नहीं करने के बारे में समझाइश देने के साथ यह भी बताया कि, किन्नरों द्बारा मांगने-खाने के नाम पर एक तरह से भीख मांगकर अपना गुजारा किया जाता है. लेकिन भीख मांगना भी कानूनन जुर्म है. यानि एक जुर्म के लिए किन्नरों द्बारा मारपीट करते हुए दूसरा जुर्म भी किया जा रहा है. जिसके लिए दोनों ही गुटों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है. साथ ही डीसीपी विक्रम साली ने किन्नरों के दोनों गुटों को यह भी समझाया कि, अब से शहर में किसी भी किन्नर द्बारा बधाई या विदाई नहीं मांगी जाएंगी, बल्कि वे अपना उदर-निर्वाह करने हेतु कोई ढंग का काम धंधा करना शुरु करें. इसके लिए स्वयंसेवी संगठन की सहायता से वे बचत गुट स्थापित कर सकते है. जिसके लिए जीवनपयोगी वस्तुओं के उत्पादन व विक्री का काम किया जा सकता है. इस प्रस्ताव पर किन्नर समुदाय की ओर से उपस्थित की गई शंकाओं का भी डीसीपी विक्रम साली ने व्यवस्थित ढंग से निराकरण किया और दोनो गुटों को मिलजुलकर रहने की समझाइश देने के साथ ही कडे शब्दों में यह भी चेतावनी दी कि, यदि इसके पश्चात फिर कभी दोबारा दोनों गुटों के बीच कोई झगडा-फसाद होता है, तो पुलिस द्बारा दोनो ही गुटो के खिलाफ सख्त व कडी कार्रवाई की जाएगी.