अमरावती/दि.28- विगत सप्ताह में कुछ दिन बदरीला वातावरण एवं हल्की बारिश के कारण तेज धूप लौटने की भावना व्यक्त की जा रही थी. दरमियान ब्रेक के बाद फिर से धूप ने एक बार फिर तेज गर्मी का अनुभव दिया है. इस गर्मी में खरबूजा- तरबूज की बिक्री जोरों पर शुरु है. मुख्य रुप से कीमत व्यवस्थित होने से इन दोनों रसीले फलों की मिठास बढ़ी है.
इस बार मार्च महीने से ही धूप ने रौद्र रुप धारण किया है. अप्रैल महीने में ग्रीष्मकालीन फलों का आगमन शुरु हुआ. उस पर भी शुरुआत में तरबूज, खरबूज,आम की कीमतें अधिक थी. जिसके चलते सर्वसामान्यों की इच्छा होने के बावजूद फलकों का स्वाद चखना कठिन हो गया था. मई महीने में आवक बढ़ने के कारण कीमतें कम हुई है. इस बाबत अधिक जानकारी देते हुए एक फल विक्रेता ने बताया कि आम के अनेक प्रकार बाजार में उपलब्ध है. इनमें लंगड़ा आम, दशेहरी, केसर, बैगनपल्ली, देवगड के हापूस का समावेश है.
बावजूद इसके खरबूज बड़े पैमाने पर है. नांदड़, मलकापुर, सेलु में बड़े पैमाने पर खरबुजा की आवक शुरु है. खरबुजा की कीमत प्रतिकिलो 80 से 50 रुपए पर पहुंची है. इसी तरह तरबूज भी बड़े पैमाने पर बेचा जा रहा है. तरबूज की कीमत भी 50 रुपे किलो से शुरु है. लिची, चेरी की मांग बढ़ी है. लेकिन इन दोनों की कीमतें प्रति किलो क्रमशः 300 व 200 रुपए हैं.
आगामी सप्ताह में चौसा आम
फलों के राजा आम में फिलहाल लंगड़ा आम की कीमत प्रति किलो 150 रुपए, दशेहरी 150 रुपए, केसरी 180 से 200 रुपे, बैगनफल्ली 80 से 100 रुपए, देवगड का हापूस 600 से 700 रुपए है. आगामी सप्ताहभर में उत्तर प्रदेश से आम की आवक शुरु होगी. जिनमें चौसा यह प्रकार प्रमुख रुप से रहेगा.