अमरावती

अमरावती में 45 डिग्री तक पहुंचा पारा

करीब 11 घंटे 10 मिनट तक रही सूर्यप्रकाश की प्रखरता

अमरावती/दि.30– शहर में कल पारा करीब 45 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा था और दिनभर के दौरान करीब 11 घंटे 10 मिनट तक सूर्यप्रकाश की प्रखरता रही. जिसकी वजह से पूरा दिन चिलचिलाती धूप पडने के साथ-साथ भीषण गर्मी महसूस की गई.
बता दें कि, स्थानीय जलविज्ञान केंद्र में सूर्य प्रकाश की तीव्रता व प्रखरता को मापने हेतु सूर्य प्रकाश मापक यंत्र लगाया गया है और रोजाना इस यंत्र के जरिये देखा जाता है कि, आज सूर्यप्रकाश की तीव्रता कितनी रही. इस यंत्र के जरिये मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार 29 अप्रैल को सुबह 6 बजकर 35 मिनट से सूर्यप्रकाश की प्रखरता शुरू हो गई, जो सायं. करीब 5 बजकर 45 मिनट तक थी. यानी लगभग 11 घंटे 10 मिनट तक सूर्यप्रकाश काफी तीव्र था.

* ऐसे नापी जाती है सूर्य की तीव्रता
जलविज्ञान केंद्र में स्थापित किये गये सूर्यप्रकाश मापक यंत्र के तहत जमीन से करीब 9 फीट की उंचाई पर लोहे से बने स्टैंड के उपर कांच का एक गोला रखा हुआ है और इस गोले पर सीधे सूरज की किरणे आये ऐसी व्यवस्था की गई है. कांच के इस गोले के नीचे विशेष तरह के कागज से बना सनशाईन ग्राफ पेपर रखा जाता है. सूरज की प्रखरता के अनुसार इस कांच के गोले से सूर्यकिरणें परावर्तित होकर गोले के नीचे रहनेवाले सनशाईन ग्राफ पर पडती है और जिस समय सूर्य की किरणें तेज होने के साथ ही प्रखर होती है, उस समय सनशाईन ग्राफ का कागज जलना शुरू होता है. इससे किस समय सूर्य कितना कम या अधिक प्रखर था, इसका अनुमान लगाया जा सकता है. गत रोज किये गये आकलन के मुताबिक दोपहर 1 से 2 बजे के दौरान सूर्य की प्रखरता काफी अधिक थी.

– जलविज्ञान केंद्र में स्थापित किया गया सूर्य मापक यंत्र

* कांच के गोले पर सीधा सूर्यप्रकाश, पश्चात परिणाम शुरू
– जमीन से 9 फीट की उंचाई पर लोहे से बने स्टैंड के उपर रखा गया कांच का गोला

दोपहर 1 से 2 के बीच सनशाईन ग्राफ के जलने की शुरूआत
– अन्य समय की तुलना में इस समय के दौरान ग्राफ पेपर काफी अधिक तीव्रता से जला दिखाई दिया.
– शाम के समय गोले के नीचे सनशाईन ग्राफ कुछ इस तरह दिखाई दे रहा था.

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