अमरावती

मेधावी अब भी कर रहे अपने पदकों की प्रतीक्षा

एक माह बाद भी विद्यापीठ में ही अटके पडे है पदक

  • नियोजन व कार्यक्रम तय नहीं

अमरावती/दि.2 – स्थानीय संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ द्वारा वर्ष 2020 हेतु लिया गया दीक्षांत समारोह आयोजीत हुए एक माह से अधिक का समय बीत चुका है और महाविद्यालयों द्वारा पदविया भी प्रदान की जा चुकी है. किंतु 83 गुणवत्ताधारक विद्यार्थियों के नाम घोषित किये गये 154 पदक अब तक संबंधित विद्यार्थियों को प्रदान नहीं किये गये है और यह पदक नियोजन व नीतियों के अभाव में अब भी विद्यापीठ में ही पडे है. ऐसी जानकारी सामने आयी है.
बता दें कि, 6 माह पूर्व विद्यापीठ द्वारा विविध विषयों की परीक्षा ली गई थी. जिसके परिणाम घोषित करने के साथ ही मेरीट सूची तैयार करते हुए पदक प्राप्त करनेवाले विद्यार्थियों के नाम घोषित किये गये. जिन्हें दीक्षांत समारोह में प्रति वर्ष की परंपरा के अनुसार सम्मानपूर्वक पदक प्रदान किये जाने थे. किंतु इस वर्ष कोविड संक्रमण के खतरे को देखते हुए दीक्षात समारोह को ऑनलाईन आयोजीत किया गया. ऐसे में इस दीक्षांत समारोह में मेधावी छात्र-छात्राओं को पदक व नकद पुरस्कार नहीं दिये जा सके थे. ऐसे में विगत एक माह से ये मेधावी छात्र-छात्राए अपने पदक व नकद पुरस्कार प्राप्त करने हेतु विद्यापीठ में चक्कर लगा रहे है. किंतु वित्त व लेखा विभाग में पडे इन पदकों व पुरस्कारों को विद्यार्थियों के सुपुर्द करने को लेकर कोई नीति तय नहीं की गई है. जिससे ये सभी पदक व पुरस्कार विद्यार्थियों के सुपुर्द नहीं किये जा रहे. यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, तत्कालीन कुलगुरू डॉ. मुरलीधर चांदेकर के कार्यकाल में यह दीक्षांत समारोह आयोजीत हुआ था और इस दीक्षांत समारोह के बाद कुलगुरू डॉ. चांदेकर सेवानिवृत्त भी हो गये.

सफलता हासिल की, तो पदक भी चाहिए

अमरावती विद्यापीठ द्वारा ली गई परीक्षाओं के लिए जमकर मेहनत करने के साथ ही शानदार अंकों के साथ परीक्षा उत्तीर्ण करनेवाले विद्यार्थियों का कहना है कि, चूंकि उन्होंने परीक्षा में शानदार सफलता हासिल की है और वे पदक के हकदार बने है. अत: उन्हें विद्यापीठ द्वारा जल्द से जल्द सम्मान पूर्वक उनके पदक व पुरस्कार दिये जाने चाहिए. किंतु विद्यापीठ द्वारा अब तक इसे लेकर कोई नीति या नियोजन तय नहीं किया गया है. ऐसे में हमें बार-बार विद्यापीठ में चक्कर काटने पड रहे है, यह एक तरह से मेधावी व मेरीट विद्यार्थियों का विद्यापीठ की ओर से किया जा रहा अपमान है.

जल्द होगी कार्यक्रम की घोषणा

कोविड संक्रमण के खतरे को देखते हुए मेरीट सूची में शामिल छात्र-छात्राओं को पदक प्रदान करने में कुछ दिक्कतें आ रही थी. किंतु अब कुलगुरू की अनुमति से जल्द ही पदक प्रदान करने हेतु कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा और सभी मेधावियों को उनके पदक व नकद पुरस्कार वितरित किये जायेंगे. इस आशय की जानकारी विद्यापीठ के कुलसचिव डॉ. तुषार देशमुख द्वारा दी गई है.

पदक व पुरस्कारों की संख्या

सुवर्णपदक – 110
रजतपदक – 22
नकद पुरस्कार – 22

मेरीट विद्यार्थियों की संख्या

छात्राए – 65
छात्र – 18

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