15 रूपये में मिले मीटर का बिल आया 51 हजार
लेहेगांव के खेतीहर मजदूर को महावितरण ने दिया ‘बिजली का झटका’
दर्यापुर प्रतिनिधि/दि.27 – दर्यापुर तहसील के लेहगांव रेल्वे निवासी एक खेतीहर मजदूर को महावितरण द्वारा हजार-दो हजार नहीं बल्कि 51 हजार 140 रूपयों का विद्युत बिल दिया गया है. गरीबी रेखा के नीचे रहनेवाले इस मजदूर के परिवार में मात्र 3 सीएफएल बल्ब के लिए बिजली का प्रयोग किया जाता है. जिसके लिए इतनी भारी भरकम राशि का बिल उन्हें दिया गया है. ऐसे में अब कोरोना काल व लॉकडाउन के समय हेतु आये इस अनाप-शनाप बिल को कैसे अदा किया जाये, इस विचार से यह परिवार चिंता के गर्त में डूबा हुआ है.
जानकारी के मुताबिक लेहेगांव निवासी सुखदेवराव मालखेडे (65) भुमिहिन खेतीहर मजदूर है और गांव में सरकारी योजना के तहत मिले तीन कमरे के घरकुल में अपनी पत्नी के साथ रहते है. उनके घर में विद्युत उपकरण के नाम पर केवल 3 सीएफएल बल्ब है, जो दिन में बंद ही रहते है और रात को सोने से पहले ही इन बल्बों को बंद कर दिया जाता है. इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि, मालखेडे परिवार द्वारा कितनी बिजली प्रयोग में लायी जाती होगी. सुखदेवराव मालखेडे ने लॉकडाउन काल से पहले 1 हजार 600 रूपये का बिजली बिल अदा किया था और उन्हें उम्मीद थी की लॉकडाउन काल के बाद उन्हें इससे कुछ अधिक रकम का बिजली बिल आयेगा. लेकिन लॉकडाउन काल के बाद महावितरण ने उन्हें 51 हजार 140 रूपये का बिजली बिल थमाते हुए ‘हाई वोल्टेज’ झटका दिया है.
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जाओ पेपर में खबर छपवाओ
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, विद्युत बिल मिलने के दूसरे ही दिन अपने घर आये विद्युत कर्मचारी से जब सुखदेवराव ने इस बात की शिकायत की तो उस कर्मचारी ने कहा कि, यदि पहले बताया होता तो हम मीटर बदलकर दे सकते थे, लेकिन अब कुछ भी नहीं हो सकता. साथ ही इस विद्युत कर्मचारी ने सुखदेवराव को यह पूरा मामला अखबार के जरिये छापने और जो होता है वह कर लेने की चुनौती भी दी.
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हमेशा चलती है बिजली की आंखमिचौली
पता चला है कि, कोकर्डा फीडर पर लेहेगांव रेल्वे सबसे अंतिम गांव है, और बिजली की आंखमिचौली की सबसे अधिक तकलीफ लेहेगांव के नागरिकों को ही होती है. जिसकी ओर महावितरण द्वारा हमेशा अनदेखी की जाती है और नागरिकोें में महावितरण की कार्यप्रणाली को लेकर जबर्दस्त रोष व्याप्त है.
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क्या घर गिरवी रखकर बिल अदा करें
ज्ञात रहे कि, कोरोना काल के दौरान आये अनाप-शनाप रकमवाले बिजली बिलों को माफ करने की बात सरकार द्वारा कही गयी थी. लेकिन बाद में इस भुमिका से पलटते हुए खुद विद्युत मंत्री डॉ. नितीन राउत ने कहा कि, बिजली बिलों में किसी तरह की कोई छूट नहीं दी जायेगी और सभी को अपने बिजली बिल अदा करने ही होंगे. ऐसे में सुखदेव मालखेडे जैसे गरीब व्यक्ति द्वारा पूछा जा रहा है कि, क्या वे अपना घर गिरवी रखकर इस बिजली बिल को अदा करें.