अमरावती

महानगर चेम्बर ने किया बिजली दरवृध्दि का विरोध

महावितरण के मुख्य अभियंता को सौंपा ज्ञापन

अमरावती/ दि.11 – महावितरण कंपनी ने एमईआरसी को बिजली दरवृद्धि का प्रस्ताव भेजा है. जिससे प्रति यूनिट 2.55 रुपये यानी औसत 37 प्रतिशत का ग्राहक पर अतिरिक्त बोझ पड़ने वाला है. यह दरवृद्धि व्यवसायी वर्ग व मिडिल क्लास के विरोध में है. महानगर चेम्बर अध्यक्ष सुरेश जैन के नेतृत्व में बिजली दर वृद्धि का विरोध कर महावितरण के मुख्य अभियंता कुलकर्णी से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा.
इस दौरान चर्चा में बताया कि, आम व्यवसायी, उद्यमी और राज्य के आम उपभोक्ता को यह वृद्धि बिजली का करंट देने वाली है. इस भारी वृद्धि का राज्य के उद्योजक व व्यवसायियों का विरोध है. राज्य में आने वाले नए उद्योग रुकेंगे और वर्तमान उद्योगों को राज्य से बाहर धकेलने जैसा माहौल बनेगा. घरेलू उपभोक्ताओं को 16 प्रतिशत, व्यापारी पर 21 प्रतिशत, औद्योगिक उपभोक्ताओं पर 7.5 प्रतिशत का बोझ बढ़ेगा. साल 2023-24 के लिए 8.10 रुपये प्रति यूनिट, 2024-25 प्रति यूनिट 9.92 रु. दर की मांग की है. महावितरण ने 14 और 11 प्रतिशत दिखाई है. यह उपभोक्ताओं पर अन्याय है. आज अन्य राज्यों में महाराष्ट्र की तुलना में बिजली दर कम है.
कुछ राज्य में गरीब वर्ग को मुख्रत बिजली दी जा रही है, फिर भी दर महाराष्ट्र से कम है. महावितरण को खर्च कम करने, बिजली की चोरी पर नियंत्रण, बकाया वसूली पर ध्यान देना जरूरी है, बिजली दर वृद्धि का गलत निर्णय नहीं लेना चाहिए. कोरोना संकट के कारण पहले से ही व्यापार व इंडस्ट्रीज एक बड़े वित्तीय संकट से गुजर रहे हैं. प्रशासन से इस वक्त आर्थिक मदद करने की अपेक्षा थी, लेकिन उल्टा दर वृद्धि कर अन्याय किया जा रहा है. महानगर चेम्बर एमईआरसी को इस बारे में ई-मेल भी भेजेगा. मुख्य अभियंता ने वरिष्ठों को भेजने का आश्वसन दिया है. निवेदन देते वक्त अध्य्क्ष सुरेश जैन, घनश्याम राठी, प्रकाश बोके, बकुल कक्कड़, महेश पिंजानी, ओमप्रकाश खेमचंदनी, पप्पू गगलानी, मुकेश श्रॉफ, सुदीप जैन, श्रीकिसन व्यास, विनोद जांगड़ा उपस्थित थे.

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