गोपनियता से निपटा म्हाडा का जनता दरबार
एक घंटे में निपटाई कार्रवाई, केवल 7 ही शिकायतकर्ता पहुंचे

अमरावती /दि.24– शासन के 100 दिन अभियान और मुख्यमंत्री की विशेष सूचना की पार्श्वभूमि पर मंगलवार को म्हाडा का पहला जनता दरबार लगाया गया. लेकिन इस जनता दरबार की किसी भी प्रकार की जानकारी नागरिकों को विशेष रुप से म्हडा कालोनी निवासियों को भी नहीं दी गई, ऐसा आरोप लगाया गया.
सोमवार की देर रात को जानकारी देकर म्हाडा के अधिकारी ने अपनी जिम्मेदारी पूर्ण करने की औपचारिकता निभाई. जिसके कारण यह कार्रवाई एक घंटे में निपट गई और इस दौरान केवल 7 शिकायतकर्ताओं ने जनता दरबार में अपनी शिकायतें रखी. म्हाडा के मुख्याधिकारी विशाल देशमुख की अध्यक्षता में आयोजित जनता दरबार ने एक शिकायत तत्काल हल कर दी गई. इसके अलावा शेष शिकायतें एक सप्ताह में हल करने का आश्वासन दिया गया.
जनता दरबार में पहुंचे राजू निनाले ने अकोला कार्यालय की आस्थापना से संबंधित जानकारी प्राप्त नहीं होने की शिकायत की सूचना के अधिकार का उपयोग कर उन्होंने वहां रहने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों की संख्या, उनके काम का स्वरुप आदि मुद्दे स्पष्ट किये जाये, ऐसा कहा. किंतु वह जानकारी उन्हें अभी तक नहीं दी गई. जिसके कारण सभा अध्यक्ष देशमुख ने यह जानकारी उपलब्ध करने के आदेश दिये. दूसरे शिकायतकर्ता गणेश मेश्राम ने संपत्ति व्यवस्थापक स्वप्निल भारती के साथ जुडी शिकायत की थी. इसी दौरान उनका भी समाधान करने संबंधित आदेश दिये गये.
म्हाडा वसाहत में रहने वाले अन्य शिकायतकर्ता शैलेंद्र देशमुख ने उनके फ्लैट के पडोस की अतिरिक्त जगह की मांग की है. इस संबंध में स्पष्ट रिपोर्ट मांगी गई. इसके अलावा आकाश धवसे और संजय कुमरे ने भी शिकायत देने के लिए समय पर स्वयं का पंजीयन करवाया था. किंतु प्रत्यक्ष सुनवाई के लिएउपस्थित नहीं हुए, ऐसा म्हाडा के अधिकारियों का कहना है. जनता दरबार में डेप्यूटी सीईओ जयकुमार नाणेवार, कार्यकारी अभियंता दिलीप कलसकर, संपत्ति व्यवस्थापक स्वप्निल भारती, प्रशासकीय अधिकारी विनोद मेटे उपस्थित थे.