
अमरावती/दि.18– गर्मी के मौसम दौरान तेज धूप के चटके सिर सहित मस्तिष्क में भी महसूस होते है. जिसकी वजह से मायग्रेन की समस्या पैदा हो सकती है. ऐसे में धूप के समय घर से बाहर निकलते समय काफी सावधानी व सतर्कता बरतना जरुरी होता है. क्योंकि कई बार सिरदर्द का प्रमाण बढकर उसका आगे चलकर मायग्रेन में रुपांतरण होने की संभावना रहती है. ऐसे में समय पर औषधोपचार करने से मायग्रेन को नियंत्रण में रखा जा सकता है.
* क्या है मायग्रेन
मायग्रेन यह एक तरह का सिरदर्द है. जिसमें उलटी होने, अस्वस्थता महसूस होने तथा प्रकाश व आवाज को लेकर संवेदनशिलता बढ जाने जैसे लक्षण दिखाई देते है और कभी-कभी यह तकलीफ सहनशक्ति से भी कहीं अधिक बढ जाती है.
* मायग्रेन के लक्षण
तेज सिरदर्द, जी मचलना, उलटी होना तथा प्रकाश व आवाज को लेकर संवेदनशिलता का बढ जाना आदि को मायग्रेन के प्रमुख लक्षण कहा जा सकता है.
* गर्मियों में मायग्रेन की तकलीफ अधिक
गमियों के मौसम मेन मायग्रेन की तकलीफ बढने की संभावना काफी अधिक होती है, क्योंकि गर्मियों के मौसम दौरान अधिक तापमान, कम आद्रता व तेज सूर्यप्रकाश वाला वातावरण सिरदर्द की वजह बन सकता है.
* मायग्रेन से दूर रहने हेतु क्या करें
मायग्रेन से दूर रहने हेतु तेज धूप के समय बाहर निकलना टाला जाना चाहिए और भरपूर पानी का सेवन करना चाहिए.
* ज्यादा समय भूखा रहना घातक
यदि मायग्रेन की समस्या है तो ज्यादा समय तक भूखा नहीं रहना चाहिए और नियमित रुप से भोजन करना चाहिए. साथ ही भरपूर प्रमाण में पानी भी पीना चाहिए, ताकि शरीर हाईड्रेड रहे. इस बीमारी से बचाव करने हेतु सभी आवश्यक सावधानियां बरती जानी चाहिए.
* हमारे मस्तिष्क के साथ हमारे शरीर के सभी अंग व अव्यय जुडे हुए होते है. यदि मस्तिष्क निरोगी रहेगा तो शरीर भी निरोगी रहेगा. क्योंकि मस्तिष्क के जरिए ही हम विचार करते है, नई चीजे सिखते है और बातों को याद रखते है. ऐसे में मस्तिष्क के स्वास्थ को व्यवस्थित रखने हेतु सबसे पहले तो पौष्टिक आहार लेना चाहिए. साथ ही तेज धूप में जाना टाला जाना चाहिए. ताकि मायग्रेन की समस्या न हो.
– अमोल ढगे
न्यूरो सर्जन