दूध आ रहा पतला, पारा चढ़ने से पशुधन के स्वास्थ्य पर असर
ग्राहकों की शिकायत- भैस को अधिक पानी पिला रहे क्या?
अमरावती/दि.26- गर्मी का पारा लगातार चढ़ रहा है. निश्चित ही पशु पक्षियों पर भी इसका असर होता है. मवेशी के स्वास्थ्य पर परिणाम होने की बात एक पशुधन मालक ने बताई. गत दो दिनों से तापमान 41-42 डिग्री हो जाने से भैस का दूध उत्पादन घटने की शिकायत पशुपालक कर रहे हैं.
ग्रीष्मकाल में पशुओं के लिए हरा चारा नहीं रहता. खेतों से काटकर लाया गया कड़बा और फसलों का चूरा पशुधन को खिलाया जाता है. सकस आहार नहीं मिलने से दूध उत्पादन घटना है. अधिकांश पशुपालकों से गाय, भैस के लिए महंगा आहार लेना संभव नहीं होने की बात कही. इससे दूध उत्पादन पर असर पड़ता है. उत्पादन कम हुआ है.
* गृहिणियां कर रही शिकायत
अर्चना हरणे ने कहा कि गत एक वर्ष से एक ही जगह से दूध मंगवाया जा रहा है. आरंभ में दूध अच्छा मिलता था. मई माह में दूध की क्वालिटी घसर जाती है. दूधवाले भैया से इस बारे में शिकायत क ी है. वे कहते हैं कि गर्मियों में ऐसा ही दूध आएगा.
अन्य गृहिणी शुभांगी काले ने कहा कि गर्मी की तीव्रता बढ़ जाने के बाद दूध उत्पादन पर परिणाम हुआ. पहले दूध का दर्जा अच्छा था. अब शंका है कि क्या यह दूध बच्चों को पिलाना पोषक रहेगा? दूधवाले भैया से शिकायत की है.
* पशुधन मालक का कहना
पशुधन मालक चंद्रकांत ठाकरे ने कहा कि बढ़ती गर्मी के कारण घरों से बाहर निकले या नहीं, ऐसा सभी का विचार होता है. पशुओं को सुबह और शाम चारा दिया जाता है. हरे चारे का अभी अभाव है. बढ़ती गर्मी से गाय-भैस का दूध कम हो गया है. इसका बुरा असर धंधे पर पड़ा है.