जगह-जगह पर लगे दूध बिक्री के स्टॉल
नागरिकों में कोजागिरी को लेकर जमकर रहा उत्साह
अमरावती-दि.10 भारतीय संस्कृति में शरद पूर्णिमा पर पडनेवाले कोजागिरी के पर्व का अनन्य साधारण महत्व है. शरद पूर्णिमावाली रात चंद्रकिरणों के प्रकाश में गर्म करते हुए घोटे गये दूध को औषधिय तत्वों से युक्त माना जाता है. ऐसे में लोगबाग अपने-अपने घरों की छतों पर तथा सामूहिक रूप से एकत्रित होकर किसी खुले मैदान पर खुले आसमान के नीचे दूध गर्म करते है. जिसके चलते गत रोज कोजागिरी का पर्व मनाने हेतु नागरिकों द्वारा बडे पैमाने पर दूध की खरीददारी की गई. जिसके चलते दूध की शहर सहित जिले में जमकर बिक्री हुई.
एक अनुमान के मुताबिक कल कोजागिरी के चलते एक ही दिन के दौरान करीब 4 लाख लीटर दूध की बिक्री हुई. वहीं रोजाना शहर में 2 लाख लीटर के करीब दूध की बिक्री होती है. ऐसे में एक ही झटके में मांग दोगुनी हो जाने के चलते दूध के दामों में भी कुछ हद तक इजाफा देखा गया और रोजाना 55 से 60 रूपये लीटर की दर पर बिकनेवाला दूध कल 70 से 90 रूपये प्रति लीटर की दर पर बिका.
कोजागिरी पर्व के चलते कल दूध बिक्री हेतु शहर के विभिन्न इलाकों में स्थित दूध डेअरियों द्वारा पहले से दूध संकलित करके रखा गया था और कोजागिरी पर्व पर इस दूध की बिक्री की गई. वहीं दूध उत्पादक कंपनियों द्वारा भी गत रोज शहर में जगह-जगह पर दूध बिक्री के लिए विशेष स्टॉल लगाये गये थे. जहां पर पैकेट बंद दूध की जमकर बिक्री हुई.