अमरावती

दूध में मिलावट करने पर होगी जेल

अमरावती /दि.6- राज्य मेें बडे पैमाने पर दूध में मिलावट करने की शिकायतें प्राप्त हो रही है और मिलावटी दूध की वजह से जनता के स्वास्थ्य पर परिणाम भी पड रहा है. ऐसे में दूध में होने वाली मिलावट को रोकने के लिए अपर जिलाधीश की अध्यक्षता में एक समिति गठित की गई है, जो जिले में होने वाली दूध व दुग्धजन्य पदार्थों की विक्री पर नजर रखेगी.
* उडन दस्तें का होगा गठन
दूध व दुग्धजन्य पदार्थों में होने वाली मिलावट को रोकने के लिए जिलास्तरीय समिति गठित की गई है. जो उडनदस्ते के तौर पर काम करेगी. अपर जिलाधीश की अध्यक्षता वाली इस समिति में पुलिस अन्न व औषध प्रशासन, जिला पशु संवर्धन, वैध मापनशास्त्र तथा जिला दुग्ध व्यवसाय इन विभागों के अधिकारियों का समावेश रहेगा. इन अधिकारियों के उडन दस्ते द्बारा शहर सहित जिले में होने वाली दूध व दुग्धजन्य पदार्थों की आवक व विक्री पर नजर रखी जाएगी.
* जिले में रोजाना कितने दुध की खपत
अमरावती जिले के लिए रोजाना करीब 1 लाख लिटर दुध की जरुरत पडती है. जिसमें से 50 हजार लीटर दुध सिलबंद पैकेटों के जरिए आता है. वहीं शेष 50 हजार रुपए लीटर दूध की खुली विक्री होती है. जिसमें से अधिकांश हिस्सा दुध विक्रेताओं द्बारा घर-घर जाकर पहुंचाया जाता है.
* जिले में दूध का उत्पादन कितना?
– जिले में करीब 4 लाख लीटर दूध का उत्पादन गाय व भैसों के जरिए प्राप्त होता है. इस दूध की जिले के अलग-अलग इलाकों में आपूर्ति की जाती है.
– इसके अलावा जिले में गाय व भैसों के जरिए प्राप्त होने वाली दूध की अन्य जिलों में टैंकरों के जरिए आपूर्ति की जाती है.
* अन्न व औषध प्रशासन विभाग करेगा कार्रवाई
पर्व एवं त्यौहारों वाले दिनों में दूध, दही व घी की बडे पैमाने पर आवश्यकता महसूस होती है. ऐसे समय मिलावट युक्त दूध व दुग्धजन्य पदार्थों की विक्री होने का प्रमाण बडे पैमाने पर बढ जाता है. ऐसे मामलों पर उडनदस्तों द्बारा कडी नजर रखी जाएगी. साथ ही कहीं पर भी कोई गडबडी पाए जाने पर अन्न व औषध प्रशासन विभाग द्बारा कार्रवाई की जाएगी.
– बता दें कि, दूध में पानी मिलाने पर 10 लाख रुपए तक दंड तथा मिलावट करने पर 6 साल तक की कैद की सजा का प्रावधान है.
* अचानक मारे जाएंगे छापे
दूध व दुग्धजन्य पदार्थों की मिलावट को रोकने हेतु अपर जिलाधीश की अध्यक्षता में समिति स्थापित की गई है. इस समिति को आवश्यक जांच करने का आदेश दिया जा चुका है. ऐसे में समिति अंतर्गत गठित किए गए उडनदस्तों द्बारा जिले में स्थित दूध व दुग्धजन्यों पदार्थों के विक्रेताओं के यहां किसी भी समय पहुंचकर जांच की जाएगी.
* बाहर से आने वाले दूध की भी होगी जांच
जिलास्तरीय समन्वय समिति के पथक ने अमरावती शहर में दूध में की जाने वाली मिलावट, अनैसर्गिक गंध व स्वाद तथा अस्वच्छता संबंधित मामलों में अपनी जांच-पडताल शुरु कर दी है. साथ ही शहर की दूध डेअरियों तथा घर-घर घूमकर दूध की आपूर्ति करने वाले दूध विक्रेताओं के पास रहने वाले दूध की जांच करने का अभियान शुरु कर दिया गया है. इसके अलावा शहर के सभी दूध व दुग्धजन्य पदार्थों के विक्री केंद्रों से दूध, दही, पनीर आदि के सैंपल लेकर अन्न व औषधी विभाग के मार्फत जांच हेतु प्रयोगशाला में भिजवाए जाएंगे.
– गिरीष सोनोने,
जिला दूध विकास अधिकारी.

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