लाखों रूपयों का दंड भरेंगे, पर हम नहीं सुधरेंगे
अमरावती में धडल्ले से होता है यातायात नियमों का उल्लंघन
* यातायात पुलिस के सामने ही तोडे जाते है नियम
* एक वर्ष मे 3.57 करोड रूपये के चालान फटे
अमरावती/दि.19- सडकों पर सभी की आवाजाही सुरक्षित रहे, इस बात के मद्देनजर पुलिस एवं परिवहन विभाग द्वारा यातायात नियम बनाये गये है. जिनका सभी के द्वारा पालन किया जाना चाहिए. किंतु ऐसा अक्सर होता नहीं है और लोगबाग बडे धडल्ले के साथ यातायात नियमों का उल्लंघन करते हुए खुद के साथ ही दूसरों की जान को भी खतरे में डालते है. वहीं यातायात नियमों का उल्लंघन करते पकडे जाने पर उन्हें पुलिस द्वारा की जानेवाली दंडात्मक कार्रवाई का सामना भी करना पडता है. अकेले अमरावती शहर पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र अंतर्गत विगत एक वर्ष के दौरान यातायात नियमों का उल्लंघन करनेवालों के नाम पर 3 करोड 57 लाख रूपयों के चालान फाडे गये है, जिसमें से एक वर्ष के दौरान अमरावती शहरवासियों द्वारा 1 करोड 44 लाख 16 हजार 100 रूपयों का चालान अदा किया गया, लेकिन लाखों-करोडों रूपयों की दंड राशि भरने के बावजूद अमरावतीवासी यातायात नियमों का पालन करने को लेकर सुधरने हेतु तैयार नहीं है.
उल्लेखनीय है कि, शहर के सभी ट्राफिक सिग्नलों के पास पैदल चलनेवाले नागरिकों हेतु रास्ते पर इस ओर से दूसरी ओर जाने के लिए झेब्रा क्रॉसिंग बनाई गई है, ताकि सिग्नल बंद रहते समय पैदल चलनेवाले लोग झेब्रा क्रॉसिंग पर चलते हुए रास्ता पार कर सके. किंतु अक्सर यह देखा जाता है कि, ट्राफिक सिग्नल पर रूकनेवाले वाहन तय सीमा से आगे बढकर झेब्रा क्रॉसिंग पर आकर खडे रहते है और पैदल चलनेवाले राहगिरों के आने-जाने हेतु झेब्रा क्रॉसिंग पर जगह ही नहीं बचती. ऐसे में पैदल चलनेवाले राहगिरों को चौराहे पर दूसरी ओर से गुजरते वाहनों के बीच से सडक पार करनी पडती है. जिसकी वजह से कभी भी किसी हादसे की संभावना बनी रहती है और उलटे दूसरी ओर से निकलनेवाले वाहन चालकों द्वारा अपने सामने आनेवाले पैदल राहगिरों को ही खरी-खोटी सुनाई जाती है. उल्लेखनीय यह भी है कि, सभी ट्रॉफिक सिग्नलों पर यातायात पुलिस की तैनाती रहती है और पुलिस के सामने ही झेब्रा क्रॉसिंग सहित ट्राफिक सिग्नल से जुडे नियमों का धडल्ले साथ उल्लंघन किया जाता है.
इसके साथ ही साथ वाहन चलाते समय हेलमेट का प्रयोग करने, मोबाईल पर बात नहीं करने, तेज रफ्तार वाहन नहीं चलाने, कर्कश ध्वनिवाले हॉर्न नहीं बजाने तथा ट्रिपल सीट वाहन नहीं चलाने जैसे नियमों का भी शहर में बडे धडल्ले के साथ उल्लंघन होता है. हालांकि यातायात पुलिस द्वारा समय-समय पर अपनी ओर से इसे लेकर कार्रवाई की जाती है और यातायात नियमों का उल्लंघन करनेवाले वाहन चालकों से चालान के तौर पर दंड वसूल किया जाता है, लेकिन इसके बावजूद भी अमरावती शहर के वाहन चालक सुधरने के लिए कतई तैयार नहीं है.
* कई स्थानों पर तो झेब्रा क्रॉसिंग भी नहीं
ऐसा नहीं है कि, यातायात नियमों का उल्लंघन करने के लिए केवल वाहन चालक ही जिम्मेदार है, बल्कि कई बार इसकी जिम्मेदारी नियमों का पालन करवानेवाले यातायात व परिवहन विभाग पर भी होती है. क्योंकि शहर में कई स्थानों पर व चौक-चौराहों पर पैदल राहगिरों के लिए झेब्रा क्रॉसिंग ही दिखाई नहीं देती. ऐसे में वाहन चालक जाने-अनजाने झेब्रा क्रॉसिंगवाले स्थान पर ही आकर अपने वाहन रोकते है, ताकि सिग्नल के हरा होते ही वे तुरंत अपने वाहन लेकर आगे बढ सके. इसके अलावा यातायात पुलिस की आंखों के सामने झेब्रॉ क्रॉसिंग पर खडे रहनेवाले वाहनों को पीछे हटने के लिए यातायात पुलिस द्वारा कभी टोका नहीं जाता. जिसकी वजह से झेब्रा क्रॉसिंग पर वाहन खडे करनेवाले वाहन चालकों पर इसका कोई फर्क ही नहीं पडता. यहीं स्थिति शहर के बीचोंबीच स्थित अहिंसा स्तंभ (गांधी पुतला) व जयस्तंभ चौक पर भी है. जहां पर वाहनों की आवाजाही हेतु बने वन-वे व घुमावदार रास्तों पर कोई भी किधर से भी अपने वाहन लेकर गुजरता है और यहां पर वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित करने हेतु यातायात पुलिस की कोई नियुक्ति भी नहीं रहती. इसी तरह शहर में तेज व कर्कश आवाजवाले हॉर्न बजाते हुए कई लोग बडी तेज रफ्तार के साथ अपने वाहन चलाते है. साथ ही इन दिनों अजीबोगरीब आवाज निकालनेवाले साईलेन्सर भी वाहनों में लगाये जाते है. किंतु ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ नाममात्र की कार्रवाई होती है. ऐसे में आयुक्तालय क्षेत्र अंतर्गत ट्रॉफिक पुलिसिंग को और अधिक प्रभावी किये जाने की जरूरत है.