ऑनलाईन भव्य आत्मसाक्षात्कार कार्यक्रम में लाखों ने लिया जागृति अनुभव
भारतीयों के आकर्षण का केन्द्र रही संस्कृत भाषा
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ध्यान में प्रगति हेतु 4 से 10 जनवरी तक जारी रहेगा फॉलोअप
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आत्मबोध पाते ही निर्विचार हुए साधक
अमरावती प्रतिनिधि/दि. 7 – राष्ट्रीय सहज योग ट्रस्ट नई दिल्ली एवं सहयोग प्रतिष्ठान पुणे द्बारा सहज योग स्वर्ण जयंती वर्ष के उत्सव रूप में देशभर में 16 भारतीय भाषाओं में लगातार 12 घंटे तक ऑनलाइन ध्यान का भव्य आत्म साक्षात्कार कार्यक्रम संपन्न हुआ. जिसमें आत्मा की जागृति के सामूहिक ऑनलाइन नि:शुल्क प्रशिक्षण कार्यक्रम में 3 जनवरी को एक लाख से अधिक लोगों ने आत्म साक्षात्कार का अनुभव लिया. बंगाली, सिंधी तमिल , तेलगू मराठी, भोजपुरी, मैथिली आदि कुल 16 भाषाओं में किए गये उक्त कार्यक्रम में हर भाषा में जनता की रूचि देखी गई.
प्रसन्नता का विषय है कि भारतीयों के आकर्षण का केन्द्र रही संस्कृत भाषा. जिसमें बडी संख्या में जन साधारण ने रूचि दिखाई. इस तरह संस्कृत भाषा एक बार फिर आध्यात्म में भारतीय संस्कृति की प्रचारक भाषा सिध्द हुई . आत्मसाक्षात्कार पाने के बाद ध्यान में प्रगति करने हेतु दिनांक 4 जनवरी से 10 जनवरी तक फॉलोअप कार्यक्रम चलाया जा रहा है. जिसके माध्यम से आत्मबोध पाए हुए साधको का मार्गदर्शन किया जाएगा. किसी भी प्रश्न के समाधान हेतु टोल फ्री नंबर 1800270000800 पर संपर्क किया जा सकता है.
उल्लेखनीय है कि आत्मसाक्षात्कार की प्रक्रिया में कुुंडलिनी के जागरण द्बारा सहस्र्ाार चक्र खुलता है, निर्विचारिता के दिव्य अनुभव के साथ ब्रह्मरन्ध्र को स्पर्श करती कुंडलिनी एक प्रकाशीय बल को तैयार करती है वह साधक के हदय मस्तिष्क और चित्त तीनों में प्रकाशीय चेतना का संचार करती है. जिसका परिणाम होता है कि हृदय मस्तिष्क और चित्त तीनों में प्रकाशीय चेतना का संचार करती है. जिसका परिणाम होता है कि हदय और तर्कशक्ति एक हो जाने से मानव में दृढ निर्णय शक्ति और आत्मविश्वास की वृध्दि होती है साथ ही यह चित्त और इच्छाशक्ति एक हो जाने से चित्त प्रभावशाली हो जाता है. स्मरण शक्ति (मेमोरी और अवशोषण शक्ति ) (ग्रास्पिंग पावर)भी बढ जाती है जिससे मनुष्य का सर्वांगीण विकास संभव और वह भी नि:शुल्क