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एमआयएम का आरोप, पुलिस की निष्क्रियता से भड़का अकोला

प्रदेश कार्याध्यक्ष डॉ. अब्दुल कादरी का कहना

इंसाफ के लिए जाएंगे कोर्ट
अमरावती/दि.16- ऑल इंडिया मजलिए ए इत्तेहाद ऊल मुस्लीमीन अर्थात एमआइएम ने अकोला बवाल के लिए पुलिस की लापरवाही और निष्क्रियता को दोषी बताया. आज दोपहर श्रमिक पत्रकार भवन में आयोजित प्रेसवार्ता में एमआइएम के प्रदेश कार्याध्यक्ष डॉ. अब्दुल गफ्फार कादरी ने आरोप लगाया कि सोशल मीडिया पर आए एक आपत्तिजनक वीडीओ के खिलाफ रामदासपेठ थाने में शिकायत देने गए लोगों को घंटों बैठाए रखा. जिसके कारण अन्य भड़क गए. उसी प्र्रकार एक धर्मस्थल पर हमला करने आई भीड़ पर एक्शन लेने के लिए की गई शिकायत को जानबूझकर अनदेखा किया गया. इसके कारण वहां बवाल होने का आरोप डॉ. कादरी ने किया. उनके साथ एमआइएम के स्थानीय लीडर तथा महासचिव अब्दुल नाजीम, विदर्भ अध्यक्ष मोहम्मद शाहीद रंगूनवाला, अकोला जिलाध्यक्ष जमील खान, बुलढाणा जिलाध्यक्ष दानिश शेख, दर्यापुर अध्यक्ष जकी अहमद, अकोला अध्यक्ष अब्दुल मुनाफ, अकोट के असगर मिर्जा, अमरावती के सलाउद्दीन खान, अकोला के इरफान, आसीफ खान, इशाक ठेकेदार, मो.मुस्तफा आदि भी मौजूद थे.
* आइजी से मिलने का प्रयास
ैडॉ. कादरी ने कहा कि वे पुलिस महानिरीक्षक से मिलने और उन्हें अपने दल का निवेदन देने के लिए खासतौर से अमरावती आए हैं. उनके साथ अन्य जिलों के अध्यक्ष व पदाधिकारी भी हैं. मगर आइजी ने मिलने का वक्त नहीं दिया है. डॉ. कादरी ने आईजी को देने दो पेज का निवेदन बनाया है. जिसमें अकोला के उपद्रव के संदर्भ में आरोप-प्रत्यारोप किए गए हैं. यह भी विनती पुलिस महानिरीक्षक से की गई है कि वे भाजपा सांसद और विधायकों या अन्य किसी राजनीतिक दबाव के इस मामले में दोषियों पर कार्रवाई करेंं.
डॉ. कादरी ने कहा कि दोषियों पर कार्रवाई करने के साथ बेकसूरों पर कोई नाइंसाफी नहीं होनी चाहिए, इसका ध्यान पुलिस को रखना होगा. डॉ. कादरी ने दंगे में ऑटो रिक्शा चालक विलास गायकवाड़ के मारे जाने पर अफसोस जताया औ़र यह भी कहा कि विलास के कातिलो को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. उन्होंने निवेदन में आरोप लगाया कि जुना शहर स्थित एक धर्मस्थल पर आगजनी की गई, जिसमें धार्मिक और पवित्र पुस्तकें खाक हो गई. उन्होंने इस दौरान पुलिस के मूकदर्शक बने रहने का भी आरोप किया. डॉ. कादरी ने कहा कि इंसाफ के लिए वे मजिस्ट्रेट और जरुरत पड़ी तो उच्च न्यायालय तक जाएंगे. इससे पहले भी यवतमाल जिले के दारव्हा में ऐसे मामले में कोर्ट से न्याय दिलाने का दावा कर कहा कि तत्कालीन पुलिस अधीक्षक औ़र चार पुलिस वालों पर कार्रवाई हुई है. कादरी ने प्रश्न के उत्तर में कहा कि उपमुख्यमंत्री फडणवीस को लगता है कि माहौल अशांत करने की साजिश हो रही है तो उनके पास गृह विभाग है, अधिकार है, अधिकारी हैं, वे जांच करें और कार्रवाई करें.

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