हर्षोल्लास के साथ मना पालकमंत्री यशोमति ठाकुर का जन्मदिन
बुधवारा परिसर में की गई गुडतुला
* 21 जरूरतमंद विद्यार्थियों को साईकिल प्रदान
* शहर कांग्रेस ने केक काटकर दी पालकमंत्री को बधाई
अमरावती/दि.17– राज्य की महिला व बालविकास मंत्री तथा जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर के जन्मदिवस उपलक्ष्य में आज स्थानीय बुधवारा परिसर में पंचशिल क्रीडा मंडल के पास ही स्थित मनपा शाला क्रमांक 2 में एक विशेष समारोह आयोजीत किया गया था. शहर कांग्रेस एवं बुधवारा परिसरवासियों की ओर से आयोजीत इस कार्यक्रम में पालकमंत्री यशोमति ठाकुर की गुडतुला की गई और इस गुड को गौग्रास हेतु गौरक्षण संस्था को दान किया गया. साथ ही इस समय 21 जरूरतमंद विद्यार्थियों को नई चमचमाति साईकिलें उपहार के तौर पर प्रदान की गई. इस अवसर पर शहर कांग्रेस के अनेकों पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने केक काटते हुए पालकमंत्री यशोमति ठाकुर को उनके जन्मदिवस के अवसर पर शुभकामनाएं दी.
इस कार्यक्रम का आयोजन पूर्व महापौर विलास इंगोले तथा कांग्रेस के शहराध्यक्ष बबलु शेखावत द्वारा किया गया था और दोनों ने इस आयोजन के दौरान सर्वप्रथम पालकमंत्री यशोमति ठाकुर का भावपूर्ण स्वागत करते हुए उन्हें जन्मदिवस की शुभकामनाएं दी तथा उनका शाल श्रीफल देकर सत्कार किया. साथ ही इस समय परिसर की महिलाओं द्वारा पालकमंत्री यशोमति ठाकुर की आरती उतारते हुए उन्हें जन्मदिवस की शुभकामनाएं दी गई.
इस अवसर पर प्रमुख अतिथी के रूप में पूर्व पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख, पूर्व सांसद अनंत गुढे, पूर्व महापौर मिलिंद चिमोटे, कांग्रेस के शहराध्यक्ष बबलू शेखावत, दैनिक अमरावती मंडल के संपादक व राजस्थानी हितकारक मंडल के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल, पूर्व पार्षद प्रदीप उर्फ बंडू हिवसे, धीरज हिवसे, सुनीता भेले, रफ्फु पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता अहमदभाई, सुरेश रतावा, राजू भेले, गजानन राजगुरे, प्रमोद इंगोले उपस्थित थे. सभी गणमान्यों ने इस अवसर पर अपने समयोचित विचार व्यक्त करते हुए पालकमंत्री यशोमति ठाकुर को जन्मदिवस की शुभकामनाएं दी. साथ ही उनके व्यक्तित्व के कई अनछुए पहलुओं एवं उनके द्वारा राजनीतिक जीवन में किये गये संघर्ष की जानकारी भी दी. जिसके उपरांत सत्कारमूर्ति के तौर पर उपस्थित जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने अपने विचार व्यक्त करते हुए उपस्थितों के प्रति इस आयोजन एवं सत्कार के लिए आभार ज्ञापित किया. इस समय पालकमंत्री यशोमति ठाकुर के हाथों ही मनपा शाला में पढनेवाले 21 जरूरतमंद छात्र-छात्राओं को साईकिल का वितरण किया गया.
इस कार्यक्रम की प्रस्तावना कार्यक्रम के आयोजक विलास इंगोले ने रखी. इस अवसर पर दादासाहेब फालके पुरस्कार प्राप्त ‘पजाय’ नामक लघुपट के कलाकार रितेश राजाभाऊ हातगडे व निकेश सोनटक्के, निर्माता सौरभ बोरडे तथा संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ युवा महोत्सव के बांसुरी वादक रोहन खंडारे का भावपूर्ण सत्कार किया गया. इस अवसर पर सर्वश्री बाबासाहेब गंगात्रे, डॉ अजय गुल्हाने, संतोष केशरवाणी, दिनेश जाउरकर, दयासेठ केशरवाणी, प्रभाकर वालसे, प्रमोद खंडारे, रफिकभाई चिक्कूवाले, रशीदभाई, सुभाष पावडे, डॉ. अशोक राऊत, नंदू गुंबले, शरद देवरणकर, अण्णा करणे, राजेश जयादे, डॉ. पवार, चेतन याउल, बेलोरकर काका, गजानन जिरापूरे, निरंजन फुकटे, नवनीत फुकटे, नरेश अतकरे, सतीश चौधरी, सराफ बंधू, मरोडकर काका, राज गावफाले, अण्णा अनासने, बालासाहेब काशीकर, श्याम शिनगारे, संदीप खेडकर, तुषार बोरकर, निलेश करंजकर, कविता अनासने, जया बद्रे, पल्लवी चिखलकर, काशीकरताई, कोरेताई, नवघरेताई, गुलालकरीताई, स्कुल की मुख्याध्यापिका वृषाली कुर्हेकर, शिक्षक प्रविण पाटील व उनके सभी सहकारी एवं परिसरवासी बडी संख्या में उपस्थित थे.
कार्यक्रम में संचालन व आभार प्रदर्शन संजय मुचलंबे ने किया. साथ ही आयोजन की सफलतार्थ विजय अटालकर, शिवम हेगु, पंकज लुंगीकर, प्रभाकर वलसे सहित मनपा शाला के सभी शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों ने अथक प्रयास किये.
* अभी तो बहुत आगे जाना है ‘यशो’गाथा को
इस कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए दैनिक अमरावती मंडल के संपादक अनिल अग्रवाल ने कहा कि, उनकी पत्रकारिता के सफर और पालकमंत्री यशोमति ठाकुर के राजनीतिक जीवन की शुरूआत लगभग साथ-साथ ही हुई थी और उन्होंने यशोमति ठाकुर को एक आम महिला से पार्टी का सामान्य कार्यकर्ता और फिर नेता बनते देखा है. उन्होंने बहुत पहले ही यशोमति ठाकुर को कहा था कि, ताई आप आगे चलकर विधायक और मंत्री जरूर बनोगे. आज कई वर्ष पहले कही गई उनकी बात सही साबित हुई है. साथ ही वे आज एक और भविष्यवाणी करना चाहते है कि, आगे चलकर किसी दिन यशोमति ठाकुर महाराष्ट्र की मुख्यमंत्री जरूर बनेगी और हो सकता है कि, वे राज्य की सबसे पहली महिला मुख्यमंत्री बनने का इतिहास भी रच दे. ऐसे में यशोमतिताई की यशोगाथा को अभी बहुत लंबा सफर तय करना है. साथ ही इस समय संपादक अनिल अग्रवाल ने पालकमंत्री यशोमति ठाकुर द्वारा कोविड संक्रमण जैसी बिकट स्थिति और विगत वर्ष नवंबर माह के दौरान पैदा हुए कठीन हालात के दौरान अपनाई गई निष्पक्ष व कठोर भूमिका की प्रशंसा करते हुए कहा कि, उन विपरित हालात में यशोमति ठाकुर के नेतृत्व एवं प्रबंधन कौशल्य से हर कोई बखूबी वाकीफ हुआ.
* संघर्षमय व कृतिशिल व्यक्तित्व है यशोमति
इस अवसर पर जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर को जन्मदिवस की शुभकामनाएं देते हुए पूर्व पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख ने कहा कि, आज एक सम्मानजनक राजनीतिक मुकाम पर पहुंची यशोमति ठाकुर ने एक लंबे संघर्ष को तय किया है. पारिवारिक एवं राजनीतिक स्तर पर कई उतार-चढाव एवं गतिरोधों को पार करते हुए वे लगातार आगे बढती रही और आज मंत्री पद को सुशोभित कर रही है. ऐसे में उन्हें संघर्षमय एवं कृतिशिल व्यक्तित्व कहा जा सकता है. इस समय डॉ. सुनील देशमुख ने यह भी कहा कि, चुनाव लडकर सांसद व विधायक बन जाना काफी आसान है. किंतु लोगों की नजरों में नेता बने रहना सबसे मुश्किल काम है और यशोमति ठाकुर सही अर्थों में अपने निर्वाचन क्षेत्र सहित पूरे अमरावती जिले की नेता है और अब उनके नेतृत्व कौशल का डंका समूचे महाराष्ट्र राज्य में गूंज रहा है.
* तिवसा का पुरानी अमरावती से पौराणिक रिश्ता
पालकमंत्री यशोमति ठाकुर के जन्मदिवस पर इस शुभकामना समारोह का आयोजन करनेवाले पूर्व महापौर विलास इंगोले ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि, पालकमंत्री यशोमति ठाकुर के निर्वाचन क्षेत्र में माता रूख्मिणी के मायके कौंडण्यपुर का समावेश होता है और मेरे अपने निर्वाचन क्षेत्र अंतर्गत बुधवारा परिसर में भगवान श्रीकृष्ण का चरणांकित स्थान स्थित है. ऐसे में हमारी पुरानी व असली अमरावती के साथ पालकमंत्री यशोमति ठाकुर का बेहद करीबी और पौराणिक रिश्ता बनता है. इस समय पूर्व महापौर विलास इंगोले ने पालकमंत्री यशोमति ठाकुर को भविष्य के लिए शुभकामनाएं देने के साथ ही यह भी कहा कि, परकोट के भीतर रहनेवाली पुरानी अमरावती का आशिर्वाद जिसके साथ है, उसे आगे बढने से कोई भी नहीं रोक सकता.
* सच्ची और साफ-सूथरी राजनीति के संस्कार मिले है विरासत में
इस समय अपने सत्कार के प्रत्युत्तर में सभी के प्रति आभार एवं कृतज्ञता व्यक्त करते हुए राज्य की महिला व बालविकास मंत्री तथा जिला पालकमंत्री यशोमति ठाकुर ने कहा कि, उन्हें अपने पिता से साफ-सूथरी और सच्ची राजनीति के संस्कार एवं साधा जीवन, उच्च विचार के सिध्दांत प्राप्त हुए है और वे अपने पिता द्वारा स्थापित आदर्शों पर ही आगे बढ रही है. इस समय उन्होंने यह भी कहा कि, राजनीतिक जीवन में झूठ ज्यादा लंबे समय तक नहीं चलता और अवसरवादिता को सिध्दांत बनाकर चलनेवाले लोग ज्यादा लंबा सफर तय नहीं कर पाते. बल्कि ऐसे लोग अपने साथ-साथ अपने शहर व जिले का नाम भी खराब करते है. अत: अवसरवादी लोगों से बचकर रहा जाना चाहिए.